मुंबई : वसई विरार शहर महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग ने 2023 में कुल 19 फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। इनमें से कई डॉक्टर बिना मेडिकल सर्टिफिकेट, दूसरे नाम और बिना मंजूरी के एलोपैथी क्लीनिक चला रहे थे।वसई विरार शहर में बड़े पैमाने पर अनाधिकृत निर्माण हो रहे हैं और नई बस्तियां बसाई जा रही हैं।इन अनधिकृत निर्माण क्षेत्रों में फर्जी डॉक्टरों का बोलबाला है।अन्य राज्य में गैर-मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेजों से डिग्री लेकर, बिना किसी मेडिकल सर्टिफिकेट के डॉक्टर के रूप में प्रैक्टिस कर रहे हैं।इससे मरीजों का गलत इलाज होता है और उनके स्वास्थ्य को खतरा होता है।वे किसी गैर मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से डिग्री या प्रमाणपत्र के बिना अवैध रूप से क्लीनिक चला रहे हैं। इनमें से कई डॉक्टर डॉक्टर होने का दिखावा कर रहे थे और मरीजों का इलाज कर रहे थे जबकि वे वास्तव में डॉक्टर नहीं थे,पिछले साल नगर पालिका ने ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। साल भर में नगर पालिका ने कुल 19 झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई कर उनकी दुकानें बंद करा दीं।इन सभी फर्जी डॉक्टरों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, मेडिकल प्रोफेशन एक्ट, 1961 की धारा 33, 33 (ए) और मेडिसिन एंड कॉस्मेटिक एक्ट,1940 की धारा 18 (सी) 18 ए, 27 के तहत मामला दर्ज किया गया है। महानगर पालिका की मुख्य चिकित्सा अधिकारी भक्ति चौधरी ने बताया कि इस वर्ष झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई तेज होगी। मोहम्मद बदराबोजा इनामुल हका (34) नालासोपारा पूर्व के रिचर्ड कंपाउंड में साई क्लिनिक चलाता था।उनके पास गैर-मान्यता प्राप्त नेशनल पैरामेडिकल काउंसिल और वोकेशनल बोर्ड फॉर स्किल डेवलपमेंट से इलेक्ट्रोपैथी में डिग्री थी।लेकिन, वह खुद को एलोपैथिक डॉक्टर बताकर क्लीनिक चला रहा था।उसके क्लीनिक में एलोपैथिक दवाएं, महंगे उपकरण मिले।दिलीप कुमार शर्मा (55) सातीवली में मौर्य नाका पर साईं श्रद्धा पॉलीक्लिनिक नामक क्लिनिक चला रहे थे।उसके पास कोई मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं था। उसके पास एलोपैथी दवाएं और उपकरण मिले।वसई पूर्व के हवाई पाड़ा में रहने वाले संतोष झा (27) के खिलाफ वालीव पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।वह दूसरे बीएएमएस डॉक्टर के नाम पर खुशी क्लीनिक चला रहा था।उसकी जांच में मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं मिला।जानकी पाड़ा, रेंज नाका, वसई पूर्व में संचिता क्लिनिक के खिलाफ कार्रवाई की गई
इस क्लीनिक में अम्रतीकुमार सिक्कदर (42) बिना मेडिकल सर्टिफिकेट के क्लीनिक चलाती मिलीं।