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Mumbai : पूर्व मंत्री रामदास कदम पर मानहानि का मुकदमा दाखिल किया जाएगा : अनिल परब

प्रेस कांफ्रेंस कर किसानों को मदद देने से ध्यान हटाने के लिए रामदास कदम पर लगाए गड़े मुर्दे उखाड़ने के आरोप
मुंबई : (Mumbai)
शिवसेना यूबीटी के नेता और विधायक अनिल परब (Shiv Sena UBT leader and MLA Anil Parab) ने शनिवार को मुंबई में कहा कि उनकी पार्टी की ओर से पूर्व मंत्री रामदास कदम (former minister Ramdas Kadam) पर शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे की मौत के संदर्भ में संशय प्रसारित करने पर मानहानि का मुकदमा दाखिल किया जाएगा।

अनिल परब ने शनिवार को बांद्रा में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि इस समय राज्य में बारिश से किसानों की हालत खराब है, किसानों को मदद देने से ध्यान हटाने के लिए रामदास कदम गड़े मुर्दे उखाड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रामदास कदम ने शिवसेना प्रमुख की मौत पर संशय व्यक्त किया है, जबकि उनकी मौत के बाद रामदास कदम शिवसेना की ओर से मंत्री पर थे। अगर कदम को बालासाहब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) की मौत पर शक था तो उन्हें उसी समय इस मामले को लेकर कोर्ट में जाना चाहिए था। अब भी रामदास कदम के बेटे योगेश कदम राज्य में गृह राज्यमंत्री हैं, उन्हें इस मामले की छानबीन करवाना चाहिए। लेकिन स्थानीय निकाय चुनाव को नजदीक देख इस तरह के गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।

अनिल ने कहा कि जिस समय बालासाहब ठाकरे की मौत हुई थी, उस समय वहां डॉक्टरों की टीम मौजूद थी। इसके साथ ही शिवसेना के कई नेता मौजूद थे। लेकिन रामदास कदम ने शिवसेना प्रमुख की मौत पर शक फैलाने का प्रयास किया है, इसलिए वे इस मामले को लेकर कोर्ट में जाएंगे और रामदास कदम पर मानहानि का मुकदमा करेंगे।

उल्लेखनीय है कि रामदास कदम ने शिवसेना प्रमुख बालासाहब की लाश को दो दिन तक घर में रखने और मौत के बाद उनके अंगूठे का निशान लेने का आरोप लगाया था। इस मामले में रामदास कदम ने नार्को टेस्ट (narco-analysis test) की मांग की थी। अनिल ने तर्क देते हुए कहा कि कोई भी लाश बिना शव पेटी में रखने या शवागार में रखने के सिवाय दो दिन तक रखी ही नहीं जा सकती। इसी तरह अंगूठे का निशान लेने का सवाल ही नहीं, इसका कारण बालासाहब ठाकरे ने पहले ही अपनी वसीयत बनवा ली थी, जिसके साक्षी वह खुद हैं। इसलिए रामदास कदम सिर्फ शिवसेना यूबीटी (Shiv Sena UBT) की बदनामी के लिए इस तरह का गलत आरोप लगा रहे हैं।

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