मुंबई : मुंबई पुलिस ने 14 बच्चों को बेचने वाले डॉक्टर समेत 7 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बच्चों को बेचने वाले इस गिरोह का जाल महाराष्ट्र के कई जिलों सहित तेलंगाना तक फैला हुआ है। इस मामले की गहन छानबीन जारी है।
पुलिस उपायुक्त रागसुधा आर. ने रविवार को मीडिया को बताया कि बच्चों को बेचने का गिरोह डॉ संजय खंडारे फर्टिलिटी सेंटर में काम करने वाली महिलाओं की मदद से चलाया जा रहा था। इस मामले में अब तक वंदना पवार, शीतल वारे, स्नेहा सूर्यवंशी, नसीमा खान, लता सुरवाडे, शरद देवार और डॉ संजय खंडारे को गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपितों को कोर्ट ने सात दिनों तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। अब तक की जांच में पता चला है कि इस गिरोह के जरिए 14 बच्चों को बेचे जाने की जानकारी मिली है, इनमें 11 लड़के और तीन लड़कियां हैं। बेचे गए शिशुओं की उम्र न्यूनतम पांच दिन से लेकर अधिकतम 9 महीने तक है।
अब तक की जांच में पता चला है कि मूलरूप से नांदेड़ के रहने वाले इस डॉक्टर का दवाखाना दिवा में है। छानबीन में यह भी पता चला है कि तेलंगाना और हैदराबाद से भी बच्चों की मांग आई थी और उसी के अनुरूप गिरोह काम कर रहा था।