MUMBAI : महाप्रीत ग्रीन फंड निवेश बैठक में 25,361 करोड़ का समझौता करार
विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियां सहभागी हुई

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मुंबई : महात्मा फुले रिन्यूएबल एनर्जी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी लिमिटेड द्वारा मुंबई में आयोजित महाप्रीत हरितनिधि निवेश बैठक में विभिन्न 22 परियोजनाओं के लिए 25 हजार 361 करोड़ रुपए के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन, रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन, इरेडा, ग्रो बेटर एग्री ओवरसीज, इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी सहित कई प्रतिष्ठित कंपनियों ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वीडियो टेप के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों के लिए महाप्रीत कंपनी द्वारा कार्यान्वित विभिन्न नई परियोजनाओं की प्रशंसा की। ग्रीन फंड निवेश चर्चासत्र को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि महाप्रीत कंपनी सोलर पावर प्रोजेक्ट, इलेक्ट्रिक वेहिकल चार्जिंग स्टेशन, एग्री-प्रोसेसिंग मेन चेन, अफोर्डेबल हाउसिंग, हाईवे रोड प्रोजेक्ट, ग्रीन हाइड्रोजन, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, साथ ही यह अत्यधिक सराहनीय है कि महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार सामाजिक प्रतिबद्धता और सामुदायिक विकास क्षेत्र और इसके लागू विभागों की योजनाओं, परियोजनाओं और नीतियों को लागू करने का प्रयास कर रही है। महाप्रीत ने ग्रीन फंड इन्वेस्टर मीट-2022 का आयोजन किया है। इसमें महाप्रीत के प्रबंध निदेशक बिपिन श्रीमाली ने डेवलपर्स और निवेश संस्थानों को एक ही मंच पर लाकर रोजगार निर्मिति की श्रृंखला बनाने का संकल्प लिया है और मुझे विश्वास है कि यह संकल्प जल्द ही पूरा होगा |

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि महात्मा फुले पिछड़ा विकास निगम ने अप्रैल-2021 में महात्मा फुले अक्षय ऊर्जा और महाप्रीत के रूप में एक अलग सहायक कंपनी की स्थापना की। यह अच्छी बात है कि ये परियोजनाएं नागपुर नगर निगम और महाप्रीत के संयुक्त गतिविधि के तहत योग्य स्थानीय उद्यमियों को व्यवसाय शुरू करने में मदद करके समाज के कमजोर वर्गों को रोजगार के अवसर भी प्रदान करेंगी।

इस बैठक में महाप्रीत के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बिपिन श्रीमाली, बीएससी के अध्यक्ष एवं भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर सुभाष मुंद्रा, महाराष्ट्र सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव के. पी. डॉ. बख्शी, अतिरिक्त मुख्य सचिव महाराष्ट्र सरकार विजय सतबीर सिंह, उमाकांत दांगट (बीपीएस), अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सेवानिवृत्त) धनंजय कमलाकर, अखिल भारतीय उद्योग संघ के अध्यक्ष विजय कलंत्री, डॉ. दीपक म्हैसेकर, ईआरडीए के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास, ईबीटीएस के प्रबंध निदेशक पॉल जेसेन, एनआईआईएफ के अजय सक्सेना, तकनीकी शिक्षा परिषद (आर) के अध्यक्ष डॉ. एस. एस. मंथा, सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त सचिव दिनेश ढींगले, आईसीएआई के नीलेश विकमसी, महाप्रीत निदेशक (ऑपरेशन) विजयकुमार कलम-पाटील और अन्य उपस्थित थे।

इंडो ब्रिटिश फोरम की मुख्य कार्यकारी अधिकारी कविता शर्मा ने वीडियो सिस्टम के माध्यम से उपस्थित लोगों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि महाप्रीत के प्रोजेक्ट के लिए जल्द ही राशि उपलब्ध कराने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। सेमिनार के दूसरे चरण में केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने टेलीविजन प्रणाली के माध्यम से बात की। उन्होंने समाज के पिछड़े और कमजोर वर्गों के लिए महाप्रीत द्वारा कार्यान्वित परियोजनाओं की सराहना करते हुए संतोष व्यक्त किया। उन्होंने सेमिनार की अच्छी कामना करते हुए कहा कि महाप्रीत का यह कार्य समाज में पिछड़े वर्गों की प्रगति और विकास में बहुत योगदान देगा। उन्होंने इस बात पर भी संतोष व्यक्त किया कि महाप्रीत ने उद्यमियों और निवेश संस्थानों के लिए एक संयुक्त मंच प्रदान किया है। कार्यक्रम का संचालन मयूरी मालंडकर ने किया। महाप्रीत के कार्यकारी निदेशक प्रशांत गेडाम ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।