मुंबई : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच चुनाव प्रचार अपने चरम पर हैं। जहां सभी दलों के नेता चुनाव प्रचार के लिए ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं, वहीं मनसे ने अपनी शिवाजी पार्क रैली को रद्द कर दिया है। इस लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शुक्रवार को बताया कि निर्वाचन आयोग से अबतक रैली की अनुमति नहीं मिल पाने के कारण ऐसा किया गया है। यह रैली मुंबई के शिवाजी पार्क में 17 नवंबर को होने वाली थी। राज ठाकरे ने कहा कि रैली के बजाय अब वे मनसे प्रत्याशियों के पक्ष में जनसमर्थन जुटाने के लिए मुंबई और ठाणे के विधानसभा क्षेत्रों में जायेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अब भी अनुमति नहीं मिली है और मेरे पास बैठक के लिए केवल डेढ़ दिन है। इन डेढ़ दिनों में रैलियां करना मुश्किल हो रहा है। इसके बजाय मैं मुंबई और ठाणे के विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करूंगा।”
मनसे और शिवसेना के लिए खास है शिवाजी पार्क
मध्य मुंबई में स्थित शिवाजी पार्क भारतीय क्रिकेट के पालना के रूप में प्रसिद्ध है। इसके अलावा यह पार्क 1966 में शिवसेना की स्थापना के बाद बाल ठाकरे की पहली दशहरा रैली का स्थल भी था। तभी से इस मैदान पर दशहरा रैली का आयोजन करना शिवसेना की परंपरा बन गई। शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की पुण्यतिथि 17 नवंबर को आती है। 2012 में इसी शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे का अंतिम संस्कार भी किया गया था। ऐसे में इस दिन पर इन दोनों ही दलों के लिए इस पार्क में रैली करने का महत्व काफी बढ़ जाता है।
17 नवंबर को है बाल ठाकरे की पुण्यतिथि
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पिछले सप्ताह कहा था कि उनकी पार्टी ने 17 नवंबर को शिवाजी पार्क में एक रैली के लिए अनुमति मांगी थी, जो शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की पुण्यतिथि भी है। उन्होंने कहा था कि उस दिन उस मैदान में ठाकरे के लाखों समर्थक जुटेंगे। उन्होंने कहा था, ‘‘इसलिए हम निर्वाचन आयोग और पुलिस से कह रहे हैं कि मामले को उलझाया न जाए। शिवसैनिक वैसे भी वहां जमा हो जाएंगे और आप उन्हें रोक नहीं सकते। यहां कोई आदर्श आचार संहिता लागू नहीं है। इसलिए किसी भी तरह के टकराव से बचने के लिए हमें 17 नवंबर को रैली करने की अनुमति दी जाए।” फिलहाल दोनों ही दलों को निर्वाचन आयोग की ओर से रैली करने की अनुमति नहीं मिली है।