लखनऊ : देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘‘मन की बात‘‘ कार्यक्रम के सौंवे एपीसोड का सजीव प्रसारण रविवार को राजभवन के गांधी सभागार में किया गया। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ‘‘मन की बात‘‘ की विभिन्न कड़ियों में जुड़ने वाले उत्तर प्रदेश के 57 लोगों के साथ प्रतिभाग किया।
प्रसारण के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री का ‘‘मन की बात‘‘ कार्यक्रम देश में जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का प्लेटफार्म बन चुका है। यह लोगों के हृदय में स्थान बनाने के साथ-साथ जन चेतना को जाग्रत करने का सशक्त माध्यम बना है। अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को इससे प्रेरणा मिली।
अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने ऐसे विविध कार्यक्रमों का उल्लेख भी किया, जिनमें ‘‘मन की बात‘‘ से प्रेरणा पाकर बड़ी संख्या में लोग जनहित कार्यों से जुड़े। इसी क्रम में उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के गठन से महिलाओं में बढ़ी आत्मनिर्भरता, मुद्रा योजना से उन्हें सहज लोन की प्राप्ति, महिलाओं द्वारा हस्तनिर्मित मास्क का फ्री वितरण जैसे कई मुद्दों का उल्लेख किया।
आनंदीबने पटेल ने बताया कि यह (मन की बात) एक पक्षीय कार्यक्रम नहीं है। आज जिस सौवीं कड़ी का प्रसारण हम सबने सुना उसके लिए प्रधानमंत्री के पास देशभर से लाखों पत्र पहुंचे हैं। लाखों लोग कार्यक्रम से जुड़ते हैं। उन्होंने कार्यक्रम को सुनने के लिए प्रयागराज से आयी नव्या वर्मा का जिक्र करते हुए बताया कि नव्या ने भी कार्यक्रम के संदर्भ में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था और उन्होंने उसके पत्र को भी अपने कार्यक्रम में स्थान दिया।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम उनके चिन्तनशील विचारों का पुंज है, जो आम नागरिकों के लिए मार्गदर्शी संवाद साबित हुआ। तमाम लोग बड़े जनहित कार्यों के लिए इस कार्यक्रम से प्रेरणा पाकर जुड़े।
कार्यक्रम में राजभवन में कार्यरत रीता यादव ने कहा कि हम अपने प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण तब समझ पाए, जब राज्यपाल ने इस परिप्रेक्ष्य में राजभवन में विविध गतिविधियां संचालित करवायीं। उन्होंने राज्यपाल की प्रेरणा से राजभवन में आयोजित महिलाओं हेतु मशरूम की खेती का प्रशिक्षण, सिलाई प्रशिक्षण जूडो प्रशिक्षण, महिलाओं के स्वास्थ्य परिक्षण कार्यक्रम, सर्वाइकल कैंसर से बचाव हेतु निःशुल्क वैक्सीनेशन, परम्परागत खेलों का आयोजन जैसी विविध गतिविधियों का उल्लेख किया।
रीता ने कहा कि राजभवन में पहली बार टीबी ग्रस्त बच्चों को उपचार और पोषण सहायता हेतु गोद लेने की जो परम्परा राज्यपाल ने प्रारम्भ करवायी, उससे एक मिसाल कायम हुई और इसे आज पूरे देश में योजनाबद्ध तरीके से अपना लिया गया है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर राजभवन के अन्नपूर्णा हाल में केंद्रीय संचार ब्यूरो, लखनऊ द्वारा आयोजित ‘‘मन की बात‘‘ और अमृत महोत्सव पर आधारित एक तीन दिवसीय चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। यह प्रदर्शनी दर्शनार्थियों के लिए तीन दिन तक खुली रहेगी।