लखनऊ: (Lucknow) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने गुरुवार को उप्र इंटरनेशनल ट्रेड शो (Uttar Pradesh International Trade Show) के द्वितीय संस्करण की कर्टेन रेजर सेरेमनी में कहा कि उप्र में एमएसईएमई के लिए एक नई योजना लागू की गई है। अभी यह अभियान के तौर पर चलेगा। योजना के तहत अगले 10 वर्षों में 10 लाख सूक्ष्म उद्यमों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह प्रदेश का अपना मिलियन माइक्रो इंटरप्राइजेज मिशन है। यह योजना युवाओं के सपनों के पंख लगाएगी तो वहीं युवा आत्मनिर्भरता की उड़ान भरेंगे।
मोदी-योगी के विजन के साथ विकास पथ पर अग्रसर उप्र
सूक्ष्य एवं लघु उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा, एवं वस्त्र उद्योग मंत्री राकेश सचान ने कहा कि भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश मोदी-योगी के विजन के साथ विकास पथ पर अग्रसर है। कहा कि उत्तर प्रदेश में कुल 96 लाख एमएसईएमई इकाईयां हैं। कृषि के बाद सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला सेक्टर एमएसईएमई है। इसके माध्यम से रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। एमएसईएमई नीति 2022 में कुल 25 नीतियां हैं।
वर्ष 2025 में दो लाख 91 करोड़ रुपये ऋण देने का लक्ष्य
ओडीओपी, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार, विश्वकर्मा श्रम सम्मान, मुख्यमंत्री सूक्ष्म, उद्यमी दुर्घटना बीमा आदि योजना ने उत्तर प्रदेश के एमएसईएमई को नई पहचान दी है। वर्ष 2017 में एमएसईएमई की कुल इकाईयों को बैंकों से कुल 28136 करोड़ रुपये दिए गए थे, जो वर्ष 2022-23 में बढ़कर डेढ़ लाख करोड़ पार हो गया। वर्ष 2023-24 में ये लगभग सवा दो लाख करोड़ पहुंचने वाला है। वर्ष 2024-25 में बैंकों के माध्यम से एमएसईएमई के लिए दो लाख 91 करोड़ रुपये ऋण देने का लक्ष्य रखा गया है। यह 2016-17 की तुलना में 10 गुना से भी अधिक है।
टेक्सटाइल हब बनेगा उत्तर प्रदेश
मंत्री राकेश ने बताया कि पीएम मित्रा पार्क हरदोई और उन्नाव के बीच में बनाया जा रहा है। इसके लिए बजट में प्रदेश सरकार की ओर से 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है और 500 करोड़ का प्रावधान केंद्र सरकार करेगी। यह पार्क टेक्सटाइल के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा।
प्रदेश के युवाओं को रोजगार मांगने नहीं, देने वाला बनाएगी सरकार
उन्होंने कहा कि रोजगार के लिए अब युवाओं को भटकने की जरूरत नहीं है। योगी सरकार उन्हें रोजगार मांगने वाला नहीं, रोजगार देने वाला बनाएगी। इसके लिए सरकार रोजगार के लिए ब्याजरहित ऋण देगी। प्रथम चरण में चार लाख रुपये ऋण मिलेगा। यह संभव होगा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना से, जो हाल ही में योगी सरकार ने लागू की है। योजना के तहत एक लाख नौजवानों को ऋण देकर उनके जीवन स्तर को आगे बढ़ाया जाएगा।