कोरबा : छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट परिसीमन के बाद पहली बार 2008 में अस्तित्व में आई थी। इससे पहले यह जांजगीर लोकसभा सीट के अंतर्गत आती थी। 2019 में कांग्रेस की ज्योत्सना महंत यहां से सांसद बनीं। 2008 में अस्तित्व में आने के बाद कोरबा सीट पर पहला लोकसभा चुनाव 2009 में हुआ, जिसमें कांग्रेस के चरणदास महंत ने यह चुनाव अपने नाम किया था। उन्होंने भाजपा की करुणा शुक्ला को हराया था। उल्लेखनीय है कि कोरबा लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की आठ सीटें आती हैं, यह आठ सीटें भरतपुर-सोनहत, मनेंद्रगढ़, बैकुंठपुर, रामपुर, कोरबा, कटघोरा, पाली-तानाखार और मरवाही हैं।
छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट प्रदेश के 11 लोकसभा सीटों में से एक है। कोरबा लोकसभा की स्थापना परिसीमन के दौरान 2008 में हुई थी और इस सीट पर 2009 में पहली बार लोकसभा के चुनाव हुआ। कोरबा लोकसभा में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जिनमें कोरबा जिले की पांच विधानसभा और अविभाजित कोरिया जिले की तीन विधानसभा शामिल हैं। फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है।
कोरबा लोकसभा में पहली बार 2009 में आम चुनाव हुए। अब तक इस सीट पर तीन बार आम चुनाव हो चुके है और अब 2024 में चौथी बार लोकसभा का चुनाव होना है। पहली बार में ही कांग्रेस के दिग्गज नेता चरण दास महंत ने चुनाव जीता। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार करुणा शुक्ला को हार का स्वाद चखाया था। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में चरणदास महंत को भाजपा के डॉ. बंशीलाल महतो ने शिकस्त दी थी। लेकिन फिर 2019 के चुनाव में चरणदास महंत ने अपनी धर्मपत्नी ज्योत्सना चरणदास महंत को चुनाव मैदान में उतारा और इस बार उन्होंने भाजपा के ज्योति नंदन दुबे को हराया था। अब चौथी बार कोरबा लोक सभा से कौन सांसद बनेगा ये भविष्य के गर्भ में है।
2009 पहला लोकसभा चुनाव
2009 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के बड़े कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया। महंत को 42.19 प्रतिशत वोट शेयर के साथ कुल तीन लाख 14 हज़ार 616 वोट मिले, जबकि 39.41 प्रतिशत वोट शेयर के साथ भाजपा उम्मीदवार करुणा शुक्ला को दो लाख 93 हज़ार 879 वोट मिले थे। इस तरह कोरबा लोक सभा के पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के चरणदास महंत ने 20 हज़ार 737 वोट से जीत हासिल की थी।
2014 दूसरा लोकसभा चुनाव
कोरबा संसदीय क्षेत्र के लिए 2014 में हुए दूसरे आम चुनाव में भी सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच था। इस चुनाव में भाजपा के बंशीलाल महतो को 40.70 प्रतिशत वोट शेयर के साथ चार लाख 39 हज़ार 2 वोट मिले थे, जबकि मौजूदा सांसद कांग्रेस उम्मीदवार चरणदास महंत को 40.31 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 4 लाख 34 हजार 737 वोट मिले थे। दूसरे लोकसभा चुनाव में मौजूदा सांसद महंत को भाजपा के बंशीलाल महतो ने महज चार हजार 256 वोट से हराकर सांसद बनने का सर्टिफिकेट ले लिया था।
2019 लोकसभा आम चुनाव
तीसरे लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपने निवर्तमान सांसद बंशीलाल महतो का टिकट काट कर ज्योति नंदन दुबे को अपना उम्मीदवार बनाया। इस बार उनका मुकाबला पूर्व केंद्रीय मंत्री चरण दास महंत की धर्मपत्नी ज्योत्सना महंत से था। ज्योत्सना महंत ने इस चुनाव में 46.03 प्रतिशत वोट शेयर के साथ पांच लाख 23 हजार 410 वोट मिले, जबकि भाजपा के ज्योति नंदन दुबे को 43.72 प्रतिशत वोट शेयर के साथ चार लाख 97 हजार 61 वोट मिले। इसके साथ ही जीजीपी के तुलेश्वर हीरा सिंह मरकाम को 37 हज़ार 417 वोट, नोटा को 19 हज़ार 305 वोट और बसपा के परमीत सिंह को 15 हजार 880 वोट मिले। कुल मिलाकर तीसरे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ज्योत्सना चरणदास महंत ने भाजपा के ज्योति नंदन दुबे को 26 हज़ार 349 वोट से चुनाव हराया।
इस बार कांग्रेस ने फिर से अपने ज्योत्सना चरणदास महंत पर दांव लगाया है। वही भाजपा ने सरोज पांडेय पर अपना भरोसा जताया है।