KOLKATA : ममता ने मेघालय-असम सीमा पर हिंसा को लेकर जताया दुख

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KOLKATA: Mamta expressed grief over the violence on the Meghalaya-Assam border

कोलकाता: (KOLKATA) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को असम-मेघालय सीमा के विवादित स्थान पर हिंसा को लेकर दुख व्यक्त किया और वहां शांति की प्रार्थना की।एक दिन पहले वहां हुई हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी।इस हिंसा में एक वनकर्मी समेत छह लोगों की मौत हो गयी थी। यह हिंसा मंगलवार तड़के तब हुई जब कथित तौर पर अवैध लकड़ियां लेकर जा रहे एक ट्रक को असम के वनकर्मियों ने रोका।बनर्जी ने ट्विटर पर कहा, “मेघालय के मुकरोह में गोलीबारी में छह लोगों की मौत की दुखद घटना से मैं बहुत दुखी हूं। मैं इस संघर्ष में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं प्रार्थना करती हूं कि बेहतरी के लिये शांति और सद्भाव बना रहे।”

उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि यह घटना मेघालय सरकार की ‘अक्षमता’ को दर्शाती है।घटना पर दुख व्यक्त करते हुए बनर्जी ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘मैं मेघालय के मुकरोह में गोलीबारी की अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से हैरान और बहुत दुखी हूं जिसमें पांच निर्दोष नागरिकों और असम के एक वन कर्मी की मौत हो गयी।”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री कोनराड संगमा कब तक हिमंत विश्व शर्मा को मेघालय को हल्के में लेने देंगे? मेघालय वासी कब तक डर और असुरक्षा में जीते रहेंगे। यह अन्याय कब तक चलता रहेगा।’’पार्टी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने जोवाई सिविल अस्पताल में मुकरोह गोलीबारी की घटना में बचे लोगों और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को ‘टैग’ करते हुए एक ट्वीट में, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने शिकायत की कि असम पुलिस और वन रक्षकों ने “मेघालय में प्रवेश किया और अकारण गोलीबारी की”। संगमा की पार्टी भाजपा की सहयोगी है।असम पुलिस के अधिकारियों ने हालांकि दावा किया कि ट्रक को राज्य के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में वन विभाग की एक टीम ने रोका और मेघालय की ओर से भीड़ ने बाद में वन रक्षकों और पुलिसकर्मियों पर हमला किया, जिसके कारण असम की ओर से स्थिति को नियंत्रित करने के लिये गोलीबारी की गई।कोनराड संगमा ने कहा कि हिंसा में मारे गए लोगों में से पांच मेघालय के निवासी हैं जबकि एक असम का वनरक्षक है।