कोलकाता : देशभर के विश्वविद्यालय के लिए वैधानिक निकाय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशानुसार, जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) ने 17 वर्षीय स्नातक छात्र की कथित रैगिंग और यौन उत्पीड़न के कारण मौत के बारे में विस्तृत रिपोर्ट भेजी है।
रजिस्ट्रार स्नेहमंजू बसु ने शुक्रवार को बताया कि विश्वविद्यालय ने दस्तावेजी सबूतों के साथ नवागंतुक छात्र की कथित रैगिंग और यौन उत्पीड़न के संबंध में सवालों के जवाब देते हुए एक विस्तृत अनुपालन रिपोर्ट भेजी।
बसु ने कहा कि रैगिंग की बुराई को रोकने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा उठाए जा रहे सक्रिय कदमों के बारे में हमारी रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया है।
बसु ने कहा कि एक और कार्रवाई रिपोर्ट जल्द ही यूजीसी को भेजी जाएगी और जनता को अवगत कराया जाएगा।
वैधानिक निकाय के एक अधिकारी ने दिल्ली में कहा कि यूजीसी ने घटना पर विश्वविद्यालय से प्रारंभिक रिपोर्ट मिलने के बाद असंतोष व्यक्त किया था और इसे “सामान्य” रिपोर्ट करार दिया था।
इसमें कहा गया था कि परिसर में रैगिंग को रोकने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा कोई सक्रिय कदम नहीं उठाया गया है।