Kolkata : अभिषेक को 50 दिनों में दो बार आयकर विभाग ने भेजा नोटिस

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कोलकाता : (Kolkata) डायमंड हार्बर के 76 हजार वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक सहायता देने के बाद तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Trinamool Congress National General Secretary Abhishek Banerjee) को 50 दिनों के भीतर आयकर विभाग से दो नोटिस मिले हैं। अभिषेक ने इस मुद्दे को राजनीतिक साजिश बताते हुए आयकर की चिट्ठियों की प्रतियां उन्हीं बुज़ुर्गों में वितरित करने का निर्णय लिया है जिन्हें उन्होंने सहायता दी थी।

गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में 76 हजार बुज़ुर्गों को सम्मानस्वरूप एकमुश्त राशि दी थी। इसके बाद केंद्र सरकार की एजेंसियों ने उन्हें दो बार नोटिस भेजा। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी नहीं चाहती कि गरीबों को यह आर्थिक मदद मिले, इसीलिए उनके इस प्रयास को बाधित करने के लिए केंद्र सरकार की एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

अभिषेक ने बताया कि उन्हें जो दो नोटिस मिले हैं, उनकी तारीख़ें हैं –सात जनवरी और 24 फरवरी। उन्होंने कहा कि पचास दिनों के भीतर मुझे दो चिट्ठियां भेजी गईं, क्योंकि मैं गरीबों के हाथ में मदद की राशि पहुंचा सका। लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला सका। हमारी सरकार बुज़ुर्गों को 1000 की सहायता राशि देने में सफल रही, यही वजह है कि मुझे ये नोटिस भेजे गए।

अभिषेक ने कहा कि इन चिट्ठियों को अब वो उन बुज़ुर्गों तक पहुंचाएंगे, जिन्हें उन्होंने सहायता दी थी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि दुर्गा पूजा के पहले यानी आगामी दो से तीन महीनों के भीतर इन चिट्ठियों की प्रतियां सभी 76 हजार लोगों तक पहुंचाई जाएं।

उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि मैं क्यों 76 हजार बुज़ुर्गों को सम्मान राशि दे रहा हूं, इस पर आयकर विभाग ने सवाल पूछे हैं। भाजपा चाहती है कि आपकी ये सहायता बंद हो जाए। यही है भाजपा का असली चेहरा।

इस कार्यक्रम को लेकर भाजपा की ओर से पहले भी आरोप लगे थे कि इसमें काले धन का इस्तेमाल किया गया है। राज्य के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी (State opposition leader Shubhendu Adhikari) ने इस योजना की निधि को लेकर संदेह जताते हुए आयकर विभाग की खुफिया और आपराधिक जांच शाखा की प्रिंसिपल डायरेक्टर सुनीता बैंसला को चिट्ठी भेजी थी। भाजपा लगातार इस योजना को ‘चोरी का पैसा बांटने’(‘distributing stolen money’) का मामला बता रही है और अभिषेक पहले भी इस आशंका को ज़ाहिर कर चुके हैं कि इस पर प्रवर्तन निदेशालय या केंद्रीय जांच ब्यूरो की कार्रवाई हो सकती है।

जनसभा में अभिषेक ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपको सेवा देना चाहता हूं, राज्य सरकार सेवा देना चाहती है, लेकिन भाजपा उसमें बाधा डाल रही है। वे चाहते हैं कि आपका पैसा गुजरात या उत्तर प्रदेश चला जाए। भाजपा इसी कोशिश में है कि बंगाल का विकास रुक जाए।