किशनगंज: (Kishanganj) शहर के डे-मार्केट स्थित वेदांता हॉस्पिटल के आईवीएफ स्पेशलिस्ट डा. तारा श्वेता आर्या पर गंभीर आरोप लगा है। पिछले 5 वर्षों से 2 महिला ने जिले के प्रसिद्ध आईवीएफ स्पेशलिस्ट डा० तारा श्वेता आर्य से इलाज करवा रही थी। जिसके लिए अभी तक एक मरीज का 5 लाख तो दूसरे मरीज का 8 लाख रुपए खर्च कर चुकी है। दो बार आईवीएफ भी कर चुकी है। लेकिन सफल नही रही।
मरीज का कहना है कि डा० तारा श्वेता आर्य नर्सिंग होम में समय कम देती है। ठीक से समय नहीं दे पाती है। उनका जो हेल्पर है वह मरीज को समय देता है। जिसके कारण इलाज ठीक से नहीं होता है। और दवाई भी उनके जान पहचान के दुकान से ही लेने को जोड़ दिया जाता है। उनका जो असिस्टेंट है वही सारा दवाई लिखता है।
मरीज का कहना है कि डा० तारा श्वेता आर्य ठीक से इलाज नहीं करती है। इलाज के नाम पर पैसा ठगती हैं। जब इस संबंध में डा० तारा श्वेता आर्या से मिलने दो महिला पहुंची तो उनके बाउंसर द्वारा उनसे अभद्र व्यवहार किया गया। उन्हें बाहर निकाल दिया गया। उसके बाद आईवीएफ स्पेशलिस्ट डा० तारा श्वेता आर्या के पति डा० वेद आर्या ने परिजन से बात कर समझा बुझाकर माहौल को शांत कराया।
पत्रकारों ने डा० तारा श्वेता आर्या से बात करने की कोशिश की तो उनके बाउंसर उन तक पत्रकारों को पहुंचने नहीं दिया। उसके बाद डा० वेद आर्या जब पत्रकारों के सामने आए तो कुछ पत्रकार ने उनसे सवाल किया। उनके जो नर्सिंग होम पर उंगली उठाए जा रहा है। लेकिन कुछ भी कहने से वह इंकार कर दिया और पत्रकारों के साथ डा० तारा श्वेता आर्या के बाउंसर द्वारा अभद्र व्यवहार की गई, मरीज का भाई का कहना है कि प्रशासन द्वारा इन पर कार्रवाई की जाए।