कीव: (Kiev) यूक्रेन के खाद्यान्न निर्यातक बंदरगाह पर रूस ने बड़ा हमला किया है। इस हमले के बाद पूरी दुनिया में खाद्यान्न संकट के आसार हैं। यूक्रेन के ओडेसा क्षेत्र में दानुबे नदी पर बना इजमेल बंदरगाह यूक्रेन के सबसे बड़े खाद्यान्न निर्यातक बंदरगाहों में से एक है। रूस ने इस बंदरगाह पर ड्रोन हमला किया, जिसमें बंदरगाह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
रूस के ड्रोन हमले में बंदरगाह के वेयरहाउस, प्रोडक्शन बिल्डिंग, कृषि मशीनरी और उपकरणों को भारी नुकसान हुआ है। यूक्रेन दुनिया के सबसे बड़े खाद्यान्न निर्यातक देशों में से एक है। रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से खाद्यान्न निर्यात बाधित हुआ है और इसका असर पूरी दुनिया में खाद्यान्न संकट के रूप में देखा जा रहा है। खासकर अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के कई देशों में खाद्यान्न संकट ज्यादा गंभीर है। अब अनाज निर्यात के लिए तैयार बंदरगाह पर हमले से खाद्यान्न संकट गहरा सकता है।
वैश्विक संकट को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र और तुर्किए, रूस के साथ खाद्यान्न निर्यात के लिए काला सागर समझौता करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे यूक्रेन से खाद्यान्न निर्यात हो सके। इसे लेकर तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच प्रस्तावित बैठक से पहले ही यूक्रेन के बंदरगाह पर बड़ा हमला हुआ है, जिसमें खाद्यान्न का निर्यात करने वाले यूक्रेन के अहम बंदरगाह को भारी नुकसान हुआ है। जुलाई, 2022 में हुए समझौते के तहत यूक्रेन के तीन बंदरगाहों से तीन करोड़ 60 लाख टन अनाज और अन्य सामान निर्यात के लिए तैयार है, लेकिन छह हफ्ते पहले रूस ने इस समझौते से अपने हाथ पीछे खींच लिए थे। उसके बाद से दानुबे नदी पर बने बंदरगाहों पर कई बार हमले हो चुके हैं।