राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की नई दिल्ली सदस्य पहुंची खूंटी
खूंटी : राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, नई दिल्ली की सदस्य डॉ आशा लकड़ा ने सोमवार को खूंटी का दौरा किया। इस क्रम में उन्होंने धरती आबा की जन्मस्थली उलिहातू, पहुंचकर बिरसा ओड़ा में स्थापित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। बाद में उनकी अध्यक्षता में बिरसा पुस्तकालय में ग्रामीणों की बैठक का आयोजन किया गया।
इसमें ग्रामीणों से समस्याओं की जानकारी प्राप्त कर निराकरण के लिए आवश्यक पहल का आश्वासन दिया गया। बैठक में डॉ आशा लकड़ा ने कहा कि 11 जुलाई 2024 को जिला प्रशासन द्वारा कैंप का आयोजन किया जाएगा। इसमें ग्रामीणों की समस्याओं की जानकारी ली जाएगी। साथ ही समस्याओं के त्वरित समाधान की दिशा में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से शिविर में अधिक से अधिक संख्या में अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन और आवश्यक कागजात के साथ शामिल होने की अपील की।
आदिवासी समाज के लोगों के साथ बैठक
डॉ आशा लकड़ा की अध्यक्षता में परिसदन में जिले के आदिवासी समाज के लोगों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में खूंटी, मुरहू, अड़की और रनिया प्रखंड के लोगों ने भाग लिया। बैठक में डॉ आशा लकड़ा ने आदिवासी समाज के लोगों से क्षेत्र में व्याप्त जनजातीय समस्याओं की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग क्षेत्र में जनजातीय समाज के हित में कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने लोगों से अपनी समस्याओं के संबंध में लिखित तौर पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को अवगत कराने की अपील की और कहा कि कोर्ट में लंबित मामलों को छोड़कर आयोग द्वारा जनजाति लोगों की समस्याओं का निःशुल्क समाधान किया जाता है। उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, नई दिल्ली की बेवसाइट एनएलएसपी.ग्राम की जानकारी देते हुए बताया कि घर बैठे एंड्रायड फोन के माध्यम से अपनी शिकायतें उक्त साइट पर अपलोड करें,, आयोग द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। बाद में डॉ आशा लकड़ा की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभाकक्ष में बैठक आयोजित हुई, जिसमें खूंटी जिले में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाएं खासकर अनुसूचित जनजाति के हित के लिए संचालित योजनाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में एसपी, खूंटी ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य को बताया कि एसटी से संबंधित दर्ज केसों में से पांच केस लंबित हैं। उन्होंने एसटी-एससी के मामलों के संबंध में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को भी सूचित करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस बल द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली पुरानी गाड़ियों को सूची तैयार कर नई गाड़ियां उपलब्ध कराने की दिशा आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।