काजीरंगा :(Kaziranga) पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के सभी जलायशयों में पानी भर गया है। हालांकि, राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक जतिंद्र शर्मा ने मीडिया को बताया है कि ब्रह्मपुत्र का बढ़ा हुआ पानी अभी तक राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश नहीं कर पाया है।
लेकिन, बारिश के पानी ने राष्ट्रीय उद्यान के कई इलाकों को जलमग्न कर दिया है। इसके अलावा, डिफलू नदी का पानी भी इसके कुछ इलाकों में घुस आया है।
सड़क पर पानी भर जाने के कारण राष्ट्रीय उद्यान में आंतरिक संपर्क टूट गया है। वन कर्मियों को नाव से अपने कर्तव्यों का पालन करने जाना पड़ता है। खासकर कोहरा वन क्षेत्र में आरिमारा, हुलालपात, कराशिंग, अगरातली वन क्षेत्र के किंगकोब्रा, बूढ़ापहाड़ वन क्षेत्र में हाथी आदि जावनरों के रहने के स्थानों पर पानी भर गया है।
हालांकि, इस तरह के पानी भरने के बावजूद जंगली जानवरों को अबतक कोई खास असुविधा नहीं हुई है। क्योंकि, जंगली जानवर ऊंचे स्थानों पर चले गए हैं।
राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों ने कहा कि अगर स्थिति और ज्यादा बिगड़ती है, तो राष्ट्रीय उद्यान के वन शिविरों से घरेलू हाथियों को बाहर निकाल लिया जाएगा।