Kathmandu : भारी बर्फबारी के चलते मुक्तिनाथ क्षेत्र में हजारों पर्यटक फंसे

0
22

काठमांडू : (Kathmandu) नेपाल के हिमालयी क्षेत्र (Himalayan region of Nepal) में बीती रात से शुरू हुई बारिश आज सुबह भारी बर्फबारी में बदल गई है। मुक्तिनाथ क्षेत्र में हो रही बर्फबारी के कारण वहां दर्शन के लिए पहुंचे हजारों पर्यटकों के फंसने की जानकारी सामने आई है।

मुस्तांग जिला स्थित प्रसिद्ध मुक्तिनाथ क्षेत्र (famous Muktinath area) में आज सुबह से बर्फबारी हो रही है। मुस्तांग के प्रमुख जिला अधिकारी विष्णु प्रसाद भुसाल ने बताया कि मौसम विभाग की तरफ से यह बर्फबारी बुधवार तक होने की जानकारी दी गई है।

मुस्तांग जिला प्रशासन ने बुधवार तक मुक्तिनाथ और आसपास के क्षेत्रों में ट्रैकिंग पर नहीं जाने की सलाह दी है। जिला प्रशासन के तरफ से जारी सूचना में कहा गया है कि जो यात्री मुक्तिनाथ क्षेत्र के आसपास फंसे हैं वो सुरक्षित स्थानों पर कल तक रहें। मौसम में सुधार होने के बाद ही लोगों को यात्रा की सलाह दी गई है।

जिला प्रशासन के मुताबिक मुक्तिनाथ क्षेत्र में सोमवार को 15 हजार पर्यटक दर्शन के लिए पहुंचे, जिनमें अधिकांश भारतीय पर्यटक हैं। सभी पर्यटकों को फिलहाल गाड़ी से यात्रा नहीं करने और बुधवार तक पदयात्रा पर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

इसी तरह गोरखा जिले के उत्तरी हिस्से में भी आज तड़के से ही बर्फबारी हो रही है। गोरखा जिले के सीमावर्ती जिलों में करीब 5 से 6 फिट तक बर्फ जम गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बर्फबारी के कारण रोजमर्रा की जिंदगी काफी प्रभावित हुई है।

चीन से सटे चुम्नुब्री गांव के निवासी पासांग फुञ्जो लामा ने बताया कि सीमावर्ती सभी गांवों में आम जनजीवन बर्फबारी के कारण ठप है। मौसम विभाग (Meteorological Department) के तरफ से हिमपात की चेतावनी तो दी गई लेकिन इतनी भारी बर्फबारी होगी, इसका अनुमान नहीं लगाया गया था। नेपाल के मौसम विभाग ने बुधवार तक गंडकी, कर्णाली और लुम्बिनी प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र में बर्फबारी होने की चेतावनी दी गई है। अरब सागर में न्यून चापीय प्रणाली के विकसित होने के कारण मौसम में बदलाव होने की जानकारी दी गई है।

मौसम विभाग (Meteorological Department) द्वारा पूरे देश में लगातार तीन दिनों तक बारिश होने का अनुमान भी लगाया गया है। एक सूचना जारी करते हुए मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार देर रात से शुरू हुई बारिश देश के अधिकांश क्षेत्र में गुरुवार तक निरंतर होगी।