कानपुर:(Kanpur) रंगीन फूलगोभी अधिक आमदनी के साथ ही सेहत के गुणों का खजाना है। यह जानकारी सोमवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कल्याणपुर स्थित सब्जी अनुभाग अध्यक्ष डॉ राम बटुक सिंह (Dr. Ram Batuk Singh) ने दी।
उन्होंने बताया कि सब्जी प्रक्षेत्र पर रंगीन फूलगोभियों के परीक्षण सफलतापूर्वक संपादित कराए गए हैं। रंगीन फूलगोभी स्वाद ही नहीं अधिक आय व सेहत के लिए भी लाभकारी है। रंगीन गोेभियों में कैरोटिनाईड, फ्लेवोनॉयड, स्कार्बिक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी एवं जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि रंगीन फूलगोभी में कैरोटीना प्रजाति की फूलगोभी पीले रंग की होती है तथा यह आंखों के लिए काफी लाभकारी है। वेलेंटीना प्रजाति बैंगनी रंग की फूलगोभी होती है। यह प्रजातियां 60 से 65 दिनों में परिपक्व हो जाती है।
डॉक्टर सिंह ने बताया कि इनके उगाने की विधि सामान फूलगोभी की ही भांति है। किसानों को सलाह दी है कि यह रंगीन फूलगोभी के बीज की मात्रा 200 से 350 ग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से होती है। उन्होंने बताया कि 20 से 25 दिन की पौध की रोपाई कर देनी चाहिए। इसकी खेती सामान्य जलवायु में आसानी से की जा रही है। यह आमदनी की दृष्टि से रंगीन फूलगोभी कृषकों के लिए अधिक लाभकारी है, क्योंकि रंगीन फूलगोभी का बाजार एवं मूल्य सामान्य फूलगोभी से अधिक रहता है।