Kaithal : घग्गर का जलस्तर खतरे के निशान से पार, 12 गांवों में बाढ़ का खतरा

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एनडीआरएफ की टीम ने संभाला मोर्चा, डीसी ने किया गांवों का दौरा

घग्गर के किनारे ग्रामीणों का जमावड़ा खुद संभाला मोर्चा

कैथल में 12 गांवों पर मंडराया बाढ़ का खतरा

घग्गर का जलस्तर खतरे के निशान से 3 फीट ऊपर

कैथल : घग्गर नदी का जलस्तर मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गया। जल स्तर बढ़ने से गुहला चीका के 12 गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। अपने घरों और खेतों को बताने के लिए गांव के लोगों ने जगह-जगह घग्गर नदी के किनारे मोर्चा संभाल लिया है। लोग ठीकरी पहरा लगा कर नहर के पानी पर नजर बनाए हुए हैं। हालात को देखते हुए डीसी जगदीश शर्मा ने मंगलवार सुबह इलाके के साथ गांव का दौरा किया और लोगों से बातचीत की। एनडीआरएफ की टीम ने भी घग्गर नदी के किनारे पड़ाव डाल लिया है। जिला प्रशासन ने जेसीबी, ट्रैक्टर सहित अन्य साधन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मौका पर खड़े कर रखे हैं।

चीका से गुजर रही घग्गर नदी का जलस्तर हर घंटे में बढ़ रहा है। रविवार को यह केवल 10 फीट तक ही था। जबकि सोमवार को यह 20 फीट पर पहुंचा। इसके बाद दोपहर बाद यह हर घंटे में थोड़ा-थोड़ा बढ़ रहा है। सोमवार रात 10 बजे यह 24 फीट पर था, जो सुबह 26 फीट पर पहुंच गया है। घग्गर नदी में खतरे का निशान 23 फीट पर है। मंगलवार सुबह घग्गर का जल स्तर खतरे के निशान से 4 फीट ऊपर पहुंच गया। हालांकि 3-4 गांव में घग्गर का पानी खेतों में पहुंचा भी है। जो जिला प्रशासन के साथ-साथ इलाके के लोगों के लिए भी चिंता का कारण बना हुआ है।

चीका के 12 गांवों में मंडराया बाढ़ का खतरा

चीका क्षेत्र के घग्गर नदी के दोनों ओर बसे एक दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि अभी तक 4 या 5 गांव में घग्गर नदी का पानी खेतों तक पहुंचा है। लेकिन अगर जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो आबादी में भी घग्गर का पानी घुस जाएगा। घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के रताखेड़ा कड़ाम, पपराला, मैंगड़ा, कसौली, अहमदपुर, दाबा, शादीपुर, रताखेड़ा लुकमान, भाटियां, श्यौ माजरा, सरोला, टटियाना, थंबेड़ा में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।