झुंझुनू : लव मैरिज के बाद तलाक होने से डिप्रेशन में आए एक युवक ने सुसाइड कर लिया। वह घर के पास ही बने श्मशान पहुंचा और पेट्रोल डाल कर खुद को आग लगा दी। युवक के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें लिखा है मेरी लाश को कोई हाथ नहीं लगाए इसलिए जलकर मरूंगा। घटना झुंझुनू जिले के नवलगढ़ में मंगलवार की है। अधजले शव की पहचान नवलगढ़ के मोहल्ला मोचियान निवासी गौरव पुत्र महेन्द्र गहलोत (23) के रूप में हुई है। पहचान होने के बाद बुधवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया था। इसके बाद शाम को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
पुलिस उपाधीक्षक कृष्णराज जांगिड़ और कार्यवाहक थानाधिकारी गिरधारीलाल ने बताया कि नवलगढ़ के पुलिस थाने के पास मंगलवार को एक युवक की अधजली लाश मिली थी। इसके बाद पुलिस ने आस-पास के 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इस पर श्मशान के पास फायर स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। इसमें एक युवक श्मशान की तरफ जाते हुए दिखाई दे रहा था। पुलिस ने इस फुटेज को अलग-अलग प्लेटफाॅर्म पर सर्कुलेट किया। मंगलवार सुबह जब यह सीसीटीवी फुटेज गौरव के परिजनों तक पहुंचा तो वे भी थाने पहुंचे। परिजनों ने गौरव के लापता होने की जानकारी दी। परिजनों ने कपड़ों के आधार पर युवक की पहचान की। अंगुली में पहनी अंगूठी के आधार पर उन्होंने बताया कि यह उनका बेटा ही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस बात का भी अंदेशा जता रही है कि गौरव अपने साथ पेट्रोल का ड्रम भी ले गया था। क्योंकि फुटेज में उसके हाथ में ड्रम भी नजर आ रहा है।
परिजनों ने बताया कि युवक ने दो साल पहले सितंबर 2021 में लव मैरिज की थी। लेकिन शादी के 5-7 दिन बाद तलाक हो गया और गौरव डिप्रेशन में चला गया। इसके बाद से वह घर पर ही रहने लगा और कमरे में अकेला रहता था। थानाधिकारी गिरधारीलाल ने बताया कि शव की शिनाख्त होने के बाद गौरव के रूम की तलाशी भी ली थी। यहां से एक सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा था मेरी लाश को कोई दूसरा व्यक्ति हाथ नहीं लगाए। इसलिए जलकर मरूंगा। मैं अपनी मर्जी से सुसाइड कर रहा हूं। इसके लिए कोई व्यक्ति जिम्मेदार नहीं है।
गौरव ने सुसाइड करने का प्लान पहले से ही बना रखा था। गौरव ने सोशल मीडिया पर बने हुए अपने अकाउंट बंद कर दिए थे और अपना मोबाइल भी फॉर्मेट कर दिया था। बताया रहा है कि सालभर पहले गौरव श्मशान में ही अपनी सेवा देता था। यहां वह पेड़-पौधों की सार-संभाल और यहां का मेंटेनेंस देखता था। मृतक की मां मैना ने बताया कि सोमवार को गौरव ने सिम निकालकर अपना मोबाइल दे दिया था और कहा था कि मोबाइल उसके काम का नहीं है। गौरव डिप्रेशन में था लेकिन उसने इस बारे में कभी एहसास नहीं होने दिया। वह काम की तलाश में था और सीकर में कपड़ों की दुकान खोलने की भी प्लानिंग कर रहा था।
मंगलवार सुबह गौरव अपने कमरे में नहीं मिला तो हमने सोचा बाहर गया होगा आ जाएगा। देर तक नहीं लौटा तो आस-पास तलाश करने के साथ रिश्तेदारी में पूछताछ की लेकिन कोई पता नहीं चल सका। जब वीडियो हमारे पास आया तो हम थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने अधजली लाश दिखाई, जहां कपड़े देखकर पता चला कि ये गौरव है।