जम्मू : रविवार को नटरंग ने अपनी संडे थिएटर सीरीज में शौकत थानवी द्वारा लिखित और नीरज कांत द्वारा निर्देशित एक प्रफुल्लित करने वाला नाटक ‘लॉटरी का टिकट’ प्रस्तुत किया। यह नाटक एक ‘मुंशी जी’ की कहानी के इर्द-गिर्द घूमता है, जो एक लॉटरी टिकट खरीदता है। वह पैसे जीतने के विचार से अधिक आशावादी है। वह योजना बनाता है कि वह लॉटरी जीतने के बाद मिलने वाली नकदी का उपयोग कैसे करेगा। वह अपनी नौकरी से भी इस्तीफा दे देता है क्योंकि वह सोचता है कि वह अमीर बनने जा रहा है और उसे अब अपने परिवार को खिलाने के लिए सांसारिक नौकरी की आवश्यकता नहीं है।
वहीं उसकी पत्नी और भाई इस सब को लेकर आशंकित हैं। वे उसे उसके कार्यों के बारे में चेतावनी देने की कोशिश करते हैं लेकिन उसके उत्साह को देखकर वे भी उस कल्पना में खिंचे चले आते हैं जिसमें मुंशी जी जी रहे हैं। जब सच्ची सच्चाई सामने आती है तो ये उम्मीदें बिखर जाती हैं। नाटक हमें उस दु:खदायी संकट के बारे में भी बताता है जो धन या भौतिक संपदा की कमी से परिवार पर पड़ सकता है। नाटक का अंत हास्यप्रद स्वर के साथ होता है जब मुंशी जी की भाभी की मृत्यु हो जाती है लेकिन वह अभी भी लॉटरी पाने के विचार से ग्रस्त हैं। नाटक में भाग लेने वाले कलाकारों में विशाल शर्मा, आदेश धर, अभिमन्यु चौधरी, नैना रकवाल, कुशाल भट, शेरयार सलारिया और सुमित बंदराल शामिल थे।