जैसलमेर: (Jaisalmer) सीमा सुरक्षा बल ने अपने सरहदी ईलाके में पड़ने वाले कई ढाणियों एवं गांवों यथा ग्राम शास्त्रीनगर में स्थानीय लोगों एवं जवानों के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे”वाईब्रेंट विलेज” के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं मेला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सरहदी चार गांव के सरपंच व ग्रामवासियों के अतिरिक्त बी.एस.एफ अधिकारीगण, अधीनस्थ अधिकारीगण एवं जवान सम्मिलित हुए।
,कमान अधिकारी एस आर बेरवा ने बताया की इस कार्यक्रम के तहत युवा पीढ़ी को अर्द्धसैनिक बलों में भर्ती होने के लिए आयाम बताए तथा स्थानीय लोगों को मिलेट्स (मोटा अनाज) का उत्पादन एवं इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। कमान अधिकारी ने आगे बताया कि बी.एस.एफ. द्वारा इस तरह के विभिन्न कार्यक्रमों का समय-समय पर आयोजन किया जाता है। सिविक एक्सन प्रोग्राम चिकित्सा शिविर प्री-रिकरूटमेंट कार्यक्रम इत्यादि साथ ही सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी उचित जानकारी सीमा सुरक्षा बल द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है। इसी के साथ कमान अधिकारी ने ग्रामवासियों को सुझावित किया कि आपके द्वारा उत्पादित की जा रही वस्तुएं जैसे दूध, घी, सरसों तेल, जीरा, सब्जियां इत्यादि को सुरक्षा बलों को विक्रय करें जिसके प्रत्युत्तर में आपको उचित दाम मिल सकेगा।
सांस्कृतिक संध्या आयोजित
सांस्कृतिक संध्या में स्वर्णनगरी जैसलमेर के स्थानीय संगीतकारों, नृत्य कलाकारों तथा बी.एस.एफ के जवानों ने कार्यक्रम में अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रदर्शित कर कार्यक्रम को रंगारंग बनाया। इन कलाकारों के अलावा जयपुर निवासी संगीतकार डॉ. पूजा राठौड़ ने कार्यक्रम में शिरकत कर अपनी सुरमयी आवाज में गाने गाकर उपस्थित सरहदी ईलाके के प्रतिनिधियों व लोगों एवं सीमा सुरक्षा बल के जवानों को मंत्रमुग्ध किया।
कार्यक्रम के अंत में ग्राम शास्त्रीनगर सरपंच प्रतिनिधि कुलदीप सिंह बराड़ ने उपस्थित समस्त लोगों को मेहनत करने, अपना विकास करने और सीमा सुरक्षा बल को हरसंभव मदद करने के लिए आह्वान किया, साथ ही किसी भी अवांछनीय गतिविधियों जैसे तस्करी, जासूसी में स्थानीय लोगों को शामिल न होने का भी संदेश दिया। कुलदीप सिंह बराड़ ने कार्यक्रम का समापन करते हुए सीमा सुरक्षा बल का इस कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए आभार व्यक्त किया और बॉर्डर एरिया में विकास के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम भविष्य में आयोजित करने की आशा जताई।