जयपुर : नवसंवत्सर- 2081 में आने वाले व्रत, पर्व में तिथि मतभेद न हो सब पर्व एकमत होकर मनाए जा सकें। इसके लिए रविवार को आर्ष संस्कृति दिग्दर्शक ट्रस्ट की ओर से पानो का दरीबा स्थित सरस निकुंज आचार्य पीठ शुक सम्प्रदाय में महन्त अंजन कुमार गोस्वामी व अलबेली माधुरी शरण के सान्निध्य में धर्म सभा सम्पन्न हुई।
रामपाल ज्योतिषाचार्य सेवानिवृत्त महाराज संस्कृत कॉलेज की अध्यक्षता में संवत 2081 में जयपुर में मनाये जाने वाले पर्वों का निर्णय किया गया। जिसमें जय विनोदी पंचांग कर्ता पं आदित्य मोहन शर्मा, राष्ट्रीय वेधशाला पंचांग कर्ता, ठि. गोविन्द देव जी के प्रवक्ता मानस गोस्वामी, अलबेली माधुरी शरण, गढ़ गणेश के प्रदीप औदीच्य,अमित पाराशर, महंत रामरज दास, युवाचार्य अमित शर्मा, कैलाश शर्मा खौर, हेमन्त शर्मा भांकरोटा, डा प्रशान्त शर्मा, पूर्व मुखी हनुमान जी मंदिर के नारायण पंचोली, मुरली मनोहर जी मंदिर के स्वामी राघवेंद्र आचार्य महाराज कावटीयो का खुर्रा श्याम मंदिर के लोकेश मिश्रा हरिसिंह भोमिया के गोनी महाराज जयपुर के प्रमुख मन्दिरों के महन्त, ज्योतिषाचार्य आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे। व्रत पर्वों का एक स्वर में सामूहिक निर्णय पर खुशी जताई और सभी ने एक दूसरे को नव संवत्सर की बधाई दी। प्रवीण बड़े भैया ने सभी को नव संवत्सर की जयपुर वासियों को अग्रिम शुभकामनाएं दी और सभी आगंतुकों का गोविन्द देव जी का दुपट्टा, गोविन्द देव जी का लोकेट प्रसाद देकर सम्मान किया। इस अवसर पर सरस निकुंज के पंचांग का विमोचन किया।