जयपुर : मुहाना थाना इलाके में ग्राहकों को विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन सेवाएं देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के खिलाफ देश भर में ठगी के मामले दर्ज हो रहे है। अब करीब 100 अधिक मामले दर्ज होने की बात सामने आ चुकी है। मामले की जांच मानसरोवर थानाधिकारी कर रहे है। पुलिस इस मामले में सेंट्रल साइबर ठगी पोर्टल 1930 के माध्यम से इस गिरोह के खिलाफ दर्ज ठगी के मामलों की जानकारी जुटा रही है। अब तक लाडनूं, हरमाड़ा,मुम्बई सहित अन्य स्थानों पर इस गिरोह के खिलाफ दर्ज मामले की पुलिस जानकारी जुटा चुकी है।
मानसरोवर थानाधिकारी महावीर सिंह ने बताया कि इस मामले में फरार बदमाशों की धरपकड़ के लिए जयपुर में अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी जा रही है। फिलहाल बदमाश पकड़ से दूर है। इसके अलावा साइबर ठगों द्वारा जिन बैंकों के खातों का उपयोग किया जा रहा है, उन बैंकों को चिट्टी लिखकर विभिन्न प्रकार की जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं पैसा ट्रांसफर को भी रोकने के लिए कहा गया है।
थानाधिकारी ने बताया कि साइबर ठग गिरोह से बरामद 48 कंप्यूटर सहित अन्य एक्सेसरीज को जांच के लिए एफएसएल को भेजा गया है। ताकि इन गिरोह के सभी डाटा को जुटा कर अनुसंधान किया जा सके। इन उपकरणों की मदद से ठग गिरोह के खातों सहित कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया सहित अन्य जानकारी सामने आ जाएगी। इस मामले में अरेस्ट सभी 20 बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। आरोपितों को कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया गया है।
गौरतलब है कि मुहाना थाना पुलिस ने रविवार को साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया था। यह गिरोह द्वारा ग्राम बालावाला स्थित कल्याण एन्क्लेव के बेसमेंट में ग्लोबल सॉल्यूशंस के नाम से एक कम्पनी चलाकर ठगी करता है। । इस कंपनी के लोगों द्वारा ग्राहको को विभिन्न प्रकार की सेवाओं के प्रलोभन देकर ऑनलाइन ठगी की जा रही है।
इस गिरोह के लोग जस्ट डायल कम्पनी से नम्बर लेते है। इसके बाद गिरोह में शामिल लोग रोजाना 400 कॉल्स करते है। इसके बाद विभिन्न सेवाएं देने के नाम पर युवक को जाल में फंसाते है और फिर उनसे ठगी करते है। इस प्रकार यह गिरोह रोजाना हजारों लोगों से ठगी कर चुके है। यह गिरोह रोजाना 5-6 लाख रुपए की ठगी कर लेते है। रोजाना 20-20 लोगों की टीम बांट कर ग्राहकों को फोन करवाया जाता है। इस प्रकार से रोजाना करीब 200 से 300 लोगों को जाल में फंसा कर उनसे ठगी की जाती है। इस गिरोह का मास्टरमाइंड जीतू सिंह है। इस गिरोह के दो अन्य मुख्य बदमाश आरिफ और मोहित की तलाश की जा रही है। जीतू और उसके साथी करीब 7-8 माह से ठगी का गोरखधंधा चला रहे थे। यह गिरोह आमजन को 1945 रुपये में 100 तरह की सेवाएं देने का वादा कर जाल में फंसाते है। जाल में फंसने के बाद गिरोह पीड़ित ने किसी न किसी नाम से रुपये ऐंठता रहता है। गिरोह ने अपना ऑनलाइन एड्रेस दे रखा है। 100 सेवाओं में ई मित्र, बिजली बिल, ग्राहक सेवा केंद्र , ऑनलाइन दस्तावेज बनाने सहित कई प्रकार की सेवाएं शामिल है।
ऑनलाइन ठगी के कॉल सेंटर गिरोह के सदस्यों से पूछताछ जारी
सोडाला थाना पुलिस ने कॉल सेंटर के माध्यम से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस मामले की जांच सदर थाना पुलिस कर रही है। पुलिस ने इस मामले में पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके पास से नकदी, कम्प्यूटर सहित अन्य सामान जब्त किया है। पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया है।
गौरतलब है कि ऑर्बिट मॉल, अजमेर रोड पर फर्जी कॉल सेन्टर खोलकर ठगी करने के मामले में कॉल सेंटर संचालक, मैनेजर व अन्य 3 व्यक्तियों को अरेस्ट किया गया था। मुल्जिमों से कम्प्युटर, प्रिंटर, ठगी करने के उपकरण सहित ठगी की पचास हजार रुपये की नगदी व विभिन्न बैंकों के बरामद किए गए है। गिरोह के लोग 750 कॉल्स करते थे। कॉल्स कर विभिन्न सेवाएं देने के नाम पर ग्राहकों को जाल में फंसाते है और उनके रुपए ठग कर अपने नम्बर बंद कर लेते थे। गिरोह रोजाना करीब 400 से अधिक लोगों को शिकार बनाकर करीब 40 हजार रुपये से ज्यादा की ठगी करते थे। अब तक करोड़ों रुपये की ठगी सामने आ चुकी है। यह गिरोह राजस्थान के बाहर के लोगों को ही शिकार बनाता था ताकि कम्पनी सहित अन्य नाम के आधार पर कोई उन तक न पहुंच सके।