जयपुर : खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने सोमवार को तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान का विरोध करते हुए कहा कि सनातन धर्म के संबंध में जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया है, वो एक सभ्य नेता को शोभा नहीं देती। कांग्रेस के वॉर रुम के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सनातन धर्म पूरे ब्रह्माण्ड में रहने वाले सभी जीव-जन्तुओं और प्राणी मात्र के कल्याण की बात करता है। सनातन सबको सम्मान, समानता, त्याग, प्रेम और धर्म का रास्ता दिखाता है।
खाचरियावास ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन जैसे मंत्री राजनीति में रहने लायक नहीं है। एक नेता कभी भी सनातन धर्म के प्रति ऐसी गलत भावना का प्रयोग नहीं कर सकता। खाचरियावास ने कहा कि हमारे धर्म ग्रन्थों में लिखा है जाको प्रभु दारूण दुःखे देहि ताकि मति पहले हर लेई और जब नाष मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है स्टालिन जैसे नेताओं को दारूण दुख का सामना करना पडे़गा, क्योकि बेवजह धर्म का अपमान करने का गलत भाषा प्रयोग करने का भगवान दण्ड जरूर देते हैं।
खाचरियावास ने कहा कि भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण अवतार के रूप में भारत की धरती पर अवतरित हुए, इसका पूरे ब्राह्मण्ड के जीव-जंतुओं को फायदा हुआ, पूरा ब्रह्माण्ड ही भगवान का रचा है। सनातन धर्म आज से नहीं जब से ब्रह्माण्ड बना तब से है। सनातनता का कोई आदि और अन्त नहीं है, सनातन तो सेवा, समर्पण के जरिए ब्रह्माण्ड और मानव कल्याण की बात करता है। ऐसे में प्रदेश के तमाम लोगों से अपील करूंगा कि लोग बेवजह आगे बढ़कर धर्म के प्रति गलत शब्दों का प्रयोग करते हैं, उन्हें जरूर सबक सिखाएं, जिससे कोई भी भविष्य में धर्म का अपमान नहीं कर सके।