जयपुर : सांगानेर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए डॉक्टरों को व्यवसाय में मोटे मुनाफे का झांसा देकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले में एक डॉक्टर व उसकी साथी महिला को डूंगरपुर से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों ने सरकारी डॉक्टरों को ही निशाना बनाते थे। पुलिस अभी दोनों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व ज्ञानचन्द यादव ने बताया कि सांगानेर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धोखाधड़ी के मामले में आरोपी डॉ. रामलखन डिसानिया (37) निवासी डिसानिया की ढ़ाणी आला का बास जयपुर हॉल पुराना आरटीओ ऑफिस न्यू कॉलोनी डूंगरपुर और नेहा जैन उर्फ रानी जैन (34) निवासी शिवनगर जनता कॉलोनी घाटगेट को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी 25 मामले धोखाधड़ी के दर्ज है। पशुपति नाथ नगर सांगानेर निवासी डॉ. सत्यवीर सिंह ने साल 2019 में सांगानेर थाने में मामला दर्ज करवाया है कि डॉ. रामलखन डिसानिया, नेहा जैन व अन्य लोगों ने मिलकर व्यवसाय में अच्छा मुनाफा कमाने का झांसा देकर धोखाधड़ी से 1 करोड़ 37 लाख रुपए की ठगी कर ली। आरोपियों ने पीड़ित को बताया था कि वो लोग प्रेक्टिस के अलावा व्यवसाय भी करते हैं और हम से राजस्थान के बहुत सारे सरकारी डॉक्टर्स जुड़े हुए है। झांसे में लेकर व्यवसाय में अच्छा मुनाफा कमाने का झांसा देकर पीड़त ने बैंकों से लोन करवाकर 1 करोड़ 37 लाख रुपए धोखाधड़ी कर ऐंठ लिए। झांसा दिया था कि हर महिने मोटब मुनाफ आपके बैक खाते में जमा करवा दिया जाएगा।
थानाप्रभारी महेन्द्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ वर्ष 2016, 2017, 2018 व 2019 में शहर के विभिन्न थानों में 25 मुकदमें दर्ज है। अभी पिछले दो साल से दोनों आरोपी एक साथ डूंगरपूर किराए के मकान में रह रहे थे। पुलिस के पकड़े जाने के डर से आरोपी हर 6 महिने में किराए के मकान को बदल लेता था और मोबाइल की जगह वाई फाई यूज करता था। ताकि पुलिस पकड़ नहीं पाए। गिरफ्तार नेहा जैन आरोपी डॉ. रामलखन डिसानिया के ऑफिस में काम करती थी। लेकिन अभी दोनों साथ ही रह रहे थे।