रामसर सचिवालय की महासचिव ने देखी स्व सहायता समूह की प्रदर्शनी
इंदौर : रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ. मुसोंदा मुम्बाशा ने कहा कि आप सभी के आत्मीय स्वागत के साथ ही आपके समूह द्वारा बनाई गए स्वदेशी उत्पाद बहुत ही सुंदर हैं। मेरी माता जी साउथ अफ्रीका से थी और वहां पर एक कथन होता है ग्लोसा, जिसका अर्थ है मैं हूं और हम सब हैं। आप सभी बहनों की आत्मीयता और स्व सहायता समूह के माध्यम से किया जा रहे कार्यों को देखकर में बहुत ही अभिभूत हूं। आपके द्वारा वेटलैंड क्षेत्र आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर सिरपुर तालाब एवं यशवंत सागर तालाब में जो कार्य किए जा रहे हैं, उन्हें मैं विश्व पटल पर शेयर करूंगी।
डॉ. मुसोंदा मुम्बाशा शनिवार को इंदौर के प्रीतमलाल दुआ सभागृह में आयोजित प्रदर्शनी के अवलोकन अवसर पर आत्मनिर्भर स्व सहायता समूह की महिलाओं से संवाद कर रही थीं। दरअसल, विश्व वेटलैंड दिवस (वर्ल्ड वेटलैंड डे) के उपलक्ष्य में यहां आत्मनिर्भर स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित स्वदेशी उत्पादों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ. मुसोंदा मुम्बाशा एवं एशिया-ओशिनिया रामसर कन्वेंशन के वरिष्ठ सलाहकार बेओम सिक यू ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इस अवसर पर अपर आयुक्त मनोज कुमार वर्मा, सिटी मिशन मैनेजर दीप्ति रावत, प्रभा भास्कर एवं बड़ी संख्या में स्व सहायता समूह की महिलाएं व अन्य उपस्थित थे।
इस अवसर डॉ. मुम्बाशा ने कहा कि महिलाओं में एक प्राकृतिक मैजिक होता ही है, जो वह साथ लेकर चलती है और महिलाओं का जादू विश्व पटल पर नजर भी आता है। इस अवसर पर आत्मनिर्भर भारत आजीविका मिशन के तहत शहर की विभिन्न स्व सहायता समूह द्वारा संचालित व्यवसाय की विस्तार से जानकारी दी गई।
विश्व वेटलैंड दिवस के उपलक्ष्य में आत्मनिर्भर स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित स्वदेशी उत्पादों की प्रदर्शनी गई प्रदर्शन में क्रोशिया आर्ट, चूड़ी, मिर्ची पाउडर, पापड़, बड़ी, अचार, बेकरी आइटम, गाय के गोबर से बने उत्पाद, जैविक खाद, वेस्ट से बने बेस्ट आइटम, ऊन, धागे से बने आर्टिकल, चिप्स, पापड़, अचार, अंकुरित अनाज, रेडिमेड आइटम, हैंडीक्राफ्ट, नमकीन, बुटीक रेडिमेड, राजस्थानी ड्रेस, मेकअप वर्क, फिनायल, बिस्किट, हैंड क्राफ्ट आइटम, पर्स, साड़ी कवर, बैंगल बॉक्स कवर एवं अन्य वेस्ट से बने विभिन्न आइटम प्रदर्शित किए गए हैं।