
कोलकाता।(IBB stopped infiltrator) भारत-बांग्लादेश सीमा (India-Bangladesh border) पर पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force) ने एक घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया है। अधिकारियों ने रविवार सुबह बताया कि यह घटना शनिवार तड़के करीब 2.40 बजे रंगहट सीमा चौकी के अंतर्गत हुई। उसके बाद बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (Border Guards Bangladesh) के साथ आधिकारिक बैठक कर इस संबंध में विरोध भी जताया गया है।
बीएसएफ, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (डीआईडी) और प्रवक्ता ए.के. आर्य ने बताया कि 68वीं बटालियन के एक जवान ने कोडालिया नदी के पार गतिविधि देखी, जो दोनों देशों के बीच एक प्राकृतिक सीमा बनाती है। लगभग 10 बांग्लादेशी एक केले के बागान से होकर भारत में प्रवेश कर रहे थे। जब जवान ने उन्हें ललकारा और पीछे हटने का आदेश दिया, तो वे तेज धार वाले हथियारों से उस पर हमला करने के लिए आगे बढ़े। जवान ने पहले एक स्टन ग्रेनेड फेंका, लेकिन इससे समूह को रोका नहीं जा सका। इसके बाद उसने उन पर दो राउंड गोलियां चलाईं। अंधेरे और घने पौधों का फायदा उठाते हुए घुसपैठिए फिर बांग्लादेश की ओर भाग गए।
उन्होंने आगे कहा कि रंगाहाट और मामाभागिना (नादिया) में ड्रग्स की तस्करी की कोशिशों को भी सैनिकों ने नाकाम कर दिया। उन्होंने बताया कि उत्तर 24 परगना, मुर्शिदाबाद और मालदा जिलों के कई चौकियों पर बांग्लादेशी अपराधियों ने भी बीएसएफ जवानों को निशाना बनाया। कुछ स्थानों पर, जवानों को स्टन ग्रेनेड और पंप एक्शन गन का उपयोग करना पड़ा।
डीआईजी ने कहा कि घुसपैठ की कोशिश के बाद, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ एक बैठक बुलाई गई और एक कड़ा विरोध दर्ज किया गया। दुर्भाग्यवश, कई बैठकों के बावजूद, बीजीबी अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है। यह निष्क्रियता उन्हें बॉर्डर के साथ आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रोत्साहित करती है। हालांकि, हमारे जवान सतर्क हैं और राष्ट्र के हितों की रक्षा करते रहेंगे।