Hisar : बिना वैकल्पिक पुल बनाए तोड़ डाला लालपुरा का पुल, ग्रामीण हो रहे परेशान

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सवाल पूछने वालों के साथ यही हाल कर रही सरकार : मनोज राठी

हिसार : हांसी के नजदीकी गांव लालपुरा के ग्रामीणों ने वैकल्पिक पुल बनाए बिना गांव के अंदर जाने वाला पुल तोड़ दिए जाने पर रोषा जताया है। ग्रामीणों ने नारेबाजी करके संबंधित विभाग व ठेकेदार से तुरंत प्रभाव से वैकल्पिक पुल बनाने की मांग की है।

गांव निवासी मनोज राठी एवं अन्य ने सोमवार को बताया कि लालपुरा में बिना वैकल्पिक पुल बनाए गांव के अंदर जाने वाला पुल तोड़ दिया गया है। इस पुल के पास से गांव में जाने वाली पीने के पानी की पाइप लाइन भी टूट गई, जिससे गांव में पानी का बड़ा संकट हो गया है। गांव में इस समय पशुओं के पानी पीने के लिए कोई तालाब भी नहीं है, इसलिए पशु इसी पाइप लाइन से जाने वाले पानी पर निर्भर थे। उन्होंने कहा कि गांव के बच्चों को स्कूल जाने में भी परेशानी हो रही है, स्कूल ढाणी कुतुबपुर में है और पुल टूटने के कारण बच्चे स्कूल में नहीं जा पा रहे हैं वहीं गांव में अगर किसी को बाहर जाना है तो या तो खेतों से होकर आओ या फिर दूसरे रास्ते से घूम कर आना पड़ता है। यह पुल टूटने से ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है।

पुल के पास एकत्रित होकर नारेबाजी कर रहे ग्रामीणों व मनोज राठी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से सवाल किया कि आखिर ऐसा क्यों किया गया है। मनोज राठी ने कहा कि उनका पैतृक गांव लालपुरा है और मेरे द्वारा उठाई जा रही जनता की आवाज को दबाने के लिए ग्रामीणों को परेशन किया जा रहा है। इसी के चलते विधायक विनोद भ्याणा के इशारे पर जान बूझकर वैकल्पिक पुल बनाए बिना गांव का पुल तोड़ा गया है। पुल के ऊपर से जो पानी की पाइप लाइन थी वह भी टूट गई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में वो सरकार है जो सवाल पूछने वालों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार करती है। जिस प्रकार महिला ने सवाल पूछा तो सीएम उसको चंद्रयान 4 पर बिठाकर भेजने की बात कही वहीं हमने सवाल पूछा तो हमारे गांव के पुल को तोड़कर दो गांव के लोगों को परेशान कर दिया। पुल टूटने से ढाणी कुतुबपुर और लालपुरा दोनों गांवों के ग्रामीण पूरे परेशान हैं। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की कि तुरंत वैकल्पिक पुल का निर्माण किया जाए ताकि ग्रामीणों को परेशानी न हो। इस संबंध में जब हमने एक ठेकेदार से बात की तो उसने बताया कि उन्होंने एक्शन को बताया था कि एक हफ्ते में वैकल्पिक पुल बना देंगे, लेकिन एक्शन नहीं और पुल को तोड़ दिया। इस बात से पता चलता है कि कहीं ना कहीं ऊपर के दबाव या विधायक के दबाव के कारण एक्शन ने ये काम किया है, जिसकी पूरा गांव निंदा करता है। इस अवसर पर रामफल कसाना, सुमित गुर्जर, लीलूराम, राम गुजर, प्रदीप, नेहरू, अमित, आदि मौजूद थे।