New Delhi : डिजिटल उद्यम असिस्ट पंजीकरण के लिए फोनपे ने सिडबी से हाथ मिलाया

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छोटे व्यवसायों के लिए डिजिटल प्रथम उद्यम सहायता पंजीकरण शुरू किया
नई दिल्‍ली : (New Delhi)
वित्‍तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) (Financial Technology) क्षेत्र की कंपनी फोनपे ने बुधवार को भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर (PhonePe on Wednesday signed a Memorandum of Understanding) हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता सूक्ष्म उद्यमों और व्यापारियों को सशक्त बनाने के लिए उद्यम असिस्ट मंच (यूएपी) के जरिए संपूर्ण डिजिटल समाधान प्रदान करने के लिए किया गया है।

जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि उद्यम सहायता प्लेटफॉर्म के जरिए उद्यमों को पंजीकरण की सुविधा प्रदान करने के लिए एमएसएमई मंत्रालय और सिडबी का यह ऐतिहासिक कदम है, जिससे कई उद्यमियों को लाभ होगा। केंद्रीय मंत्री (Union Minister) ने कहा कि इससे उद्यमियों की मदद होगी। हम बहुत कम समय में गरीबी मिटाने की दिशा में ऐसे लोगों के साथ मिलकर आगे बढ़ रहे हैं। इस सहयोग का उद्देश्य भारत भर के असंगठित सूक्ष्म उद्यमों (आईएमई) को डिजिटल प्रथम उद्यम असिस्ट पंजीकरण प्रदान करके संगठित बनाना है, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं, ऋण सुविधाओं और व्यापक डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र सहित लाभों तक पहुंच प्राप्त हो सके।

इस अवसर पर फोनपे क्रेडिट सर्विसेज के मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हेमंत गाला (Hemant Gala, Chief Executive Officer) ने कहा कि आज हमारे लिए एक ऐतिहासिक दिन है। उन्‍होंने कहा कि हमने जो किया है वह यह है कि एमएसएमई मंत्रालय ने उद्यम असिस्ट पोर्टल बनाया था। इस पोर्टल ने व्यापारियों को डिजिटल रूप से खुद को ऑनबोर्ड करने और उनके लिए एक व्यावसायिक प्रमाणपत्र बनाने में सक्षम बनाया। सिडबी के साथ मिलकर हमने एक ऐसी प्रक्रिया बनाई है, जिसके तहत हम फोनपे बिजनेस ऐप के माध्यम से व्यापारियों को डिजिटल रूप से ऑनबोर्ड करते हैं और उन्हें एक व्यावसायिक प्रमाणपत्र देते हैं।

उन्‍होंने बताया कि एक व्यापारी की पहचान वास्तव में महत्वपूर्ण है, खासकर छोटे और सूक्ष्म व्यापारियों के लिए। सूक्ष्म व्यापारी देश की आत्मा हैं (Micro traders are the soul of the country) और उन्हें एक पहचान देना महत्वपूर्ण है। एमएसएमई मंत्रालय ने मंत्री जीतन राम मांझी के मार्गदर्शन में यह सुविधा शुरू की थी। हम एक कदम आगे बढ़ रहे हैं, जहां हम इसे अपने 4.5 करोड़ व्यापारियों तक पहुंचाएंगे और उन्हें ऑनबोर्ड करके व्यवसाय का प्रमाण पत्र बनाने में सक्षम बनाएंगे।