हमीरपुर : पिछले 50 दिनों से पड रहे कोहरे के साथ भीषण ठंड एवं बारिश ने गेहूं को छोड़कर सभी फसलों की सेहत को बिगाड़ दिया है। फसलों की दिन प्रतिदिन बिगड़ रही हालत को देखकर किसान परेशान और चिंतित है। किसानों को आशंका है कि यह विपरीत मौसम दलहनी एवं तिलहनी फसलों के उत्पादन पर अवश्य विपरीत असर डालेगा। इसी आशंका से किसान बेचैन है।
कोहरे की शुरुआत गत वर्ष 18 दिसंबर से हुई थी। दिसंबर में कोहरा सुबह कुछ घंटे के लिए ही होता था लेकिन जैसे ही जनवरी शुरू हुई। कोहरे के साथ ठंड ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया और यह सिलसिला फरवरी में बारिश के साथ निरंतर जारी है। 50 दिनों से धूप के अभाव में फसलों की सेहत में बुरा असर पड़ा है। मटर मसूर चना अरहर के साथ सरसों की फसल से फूल नदारद है। कीट पतंगों की भरमार हुई है। गेहूं भी अत्यधिक ठंड के चलते बिगड़ रहा है। किसानों को आशंका है कि मौसम का यह विपरीत असर फसलों के उत्पादन में सीधा प्रभाव डालेगा। यही आशंका किसानों को रात दिन सता रही है। सबसे बड़ा नुकसान मटर मसूर में होने की आशंका है।