ग्वालियर : वट सावित्री पूजा छह जून के दिन होगी। ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी ने शनिवार को बताया कि इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखेंगी।
उन्होंने बताया कि इस त्योहार को लेकर मान्यता है कि इस व्रत को रखने से परिवार के लोगों को सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है और वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं। बहुत से लोग ये भी मानते हैं कि इस व्रत का महत्व करवा चौथ के व्रत जितना होता है। इस दिन व्रत रखकर सुहागिनें वट वृक्ष की पूजा लंबी आयु, सुख-समृद्धि और अखंड सौभाग्य देने के साथ ही हर तरह के कलह और संतापों का नाश करने वाली मानी जाती है।
वट सावित्री व्रत का शुभ मुहूर्त: ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तिथि 05 जून, 2024 को शाम 06 बजकर 24 मिनट पर शुरू हो रही है। साथ ही इस तिथि का समापन 06 जून को दोपहर 04 बजकर 37 मिनट पर होगा। ऐसे में हिंदू पंचांग के अनुसार वट सावित्री पूजा 06 जून गुरुवार के दिन होगी। इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त प्रात: 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर होगा।