ग्वालियर : गणगौर का त्योहार रवि और प्रीति योग में गुरुवार 11 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं गणगौर माता की पूजा करेंगी। वहीं शाम के समय श्री सनातन धर्म मंदिर में गणगौर का मेला भी लगेगा।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए व्रत रखती हैं और पूजा करती हैं। गुरुवार 11 अप्रैल को गणगौर की पूजा होगी और गणगौर की सवारी निकलेगी। गणगौर का व्रत और पूजन अविवाहित युवतियां भी करती हैं ताकि उनको मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त हो सके। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि गणगौर पूजा शिव-पार्वती को समर्पित है। इसलिए इस दिन महिलाओं द्वारा भगवान शिव और माता पार्वती की मिट्टी की मूर्तियां बनाकर उनकी पूजा की जाती है। इसे गौरी तृतीया के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से महिलाओं को अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
गणगौर पूजा शुभ मुहूर्त: चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का प्रारंभ 10 अप्रैल को शाम 05 बजकर 32 मिनट से होगा और इसका समापन 11 अप्रैल को दोपहर 03 बजे होगा। ऐसे में गणगौर व्रत 11 अप्रैल को किया जाएगा। गणगौर व्रत के दिन सुबह 06 बजकर 29 मिनट से लेकर 08 बजकर 24 मिनट तक पूजा करने का शुभ मुहूर्त है।