गुवाहाटी : सेना के पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने कहा है कि सिक्किम में भारत-चीन सीमा पर तथा अरुणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ कंट्रोल पर फिलहाल स्थिति सामान्य है। उन्होंने कहा कि सेना के पूर्वी कमान के अधीन अंतरराष्ट्रीय स्तर की अनेक चुनौतियां रहती हैं।
जीओसी ने बताया कि पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्यों समेत पश्चिम बंगाल का प्रभार भी सेना के पूर्वी कमान पर है। उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा, भारत-चीन सीमा तथा भारत-म्यांमार सीमा पूर्वी कमान के कार्यक्षेत्र में पड़ता है, इसलिए इसकी जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। जीओसी आज गुवाहाटी प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सेना के बारे में जानकारी की कमी होने की वजह से असम के युवा कम संख्या में सेना में भर्ती होते हैं। दूसरी ओर, उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग उग्रवादी संगठनों में भर्ती होकर असम के युवाओं को गुमराह करके गलत रास्ते पर ले जाते हैं। उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों में पूर्वोत्तर राज्यों में शांति आई है। यहां बहुत अधिक कार्य हो रहे हैं। तामुलपुर में जन्मे जीओसी कलिता ने युवाओं से अपील की कि युवाओं को यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम उल्फा (स्वा) में जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि उनके मन में बचपन से ही सैनिक बनने का शौक था, जो महाभारत पढ़ने के बाद और प्रबल हो गया और वे सेना में भर्ती हो गए।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि असम की सबसे बड़ी समस्या सीमा की समस्या है। सीमा की समस्याओं का समाधान होने से अन्य कई समस्याओं का समाधान हो जाएगा। इस दौरान जीओसी कलिता ने विभिन्न मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखे।