गुरुग्राम : (Gurugram) ग्रीनोपॉलिस के सैंकड़ों घर खरीदारों ने रविवार को अपने अधिकारों के लिए सडक़ पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का कहना था कि न्याय पालिका और अधिकारियों के स्तर पर उन्हें कोई राहत नहीं मिली। इसलिए वे विरोध जताने आए हैं।
ऑरिस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, थ्री सी (3सी) और सम्बंधित अधिकारियों द्वारा वर्षों के अधूरे वादों के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करतेे हुए घर खरीदारों ने कहा कि हरेरा अदालतों और यहां तक कि मंत्रियों से बार-बार संपर्क करने के बावजूद उन्हें कोई राहत नहीं मिली है, जिससे उन्हें अपनी लड़ाई सडक़ों पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। ईएमआई, कानूनी खर्च और किराए के कारण वित्तीय संकट झेल रहे हैं, जबकि उनका वादा किया गया घर अधूरा है। ग्रीनोपॉलिस वेलफेयर एसोसिएशन (जीडब्ल्यूए) के अध्यक्ष आरके अरोड़ा ने कहा कि हमारे पास विरोध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। 23 जनवरी 2019 को अनुकूल आदेश देने के बावजूद हरेरा अपने ही आदेशों को लागू करने में विफल रहा है। जीडब्ल्यूए की उपाध्यक्ष दीपिका मोहिल के अनुसार हमने, हर रास्ता आजमाया है। दर-दर भटकते रहे, हर अधिकारी का दरवाजा खटखटाते रहे। फिर भी न्याय नहीं मिला। उन्होंने कहा कि 50 से अधिक घर खरीदार मर चुके हैं। 500 से अधिक वरिष्ठ नागरिक अभी भी प्रतीक्षा कर रहे हैं। जीडब्ल्यूए की सचिव सुषमा यादव ने कहा कि उन्होंने अपनी मेहनत से कमाई गई बचत इस परियोजना पर खर्च कर दी। बारह साल बीत गए हैं, वे अभी अपने घर के बिना हैं। उन्होंने कहा कि मेरे बूढ़े माता-पिता के बढ़ते चिकित्सा खर्च, बेटी की शिक्षा के खर्च और जीवन-यापन की बढ़ती लागत से वित्तीय बोझ का प्रबंधन करना बहुत चुनौतीपूर्ण हो गया है। घर खरीदारों ने कहा है कि उनके तैयार घरों पर तत्काल कब्जा दिलाया जाए। परियोजना के बाकी हिस्से के लिए अदालत समय सीमा तय करे। वित्तीय हानि और गैर-अनुपालन के लिए ऑरिस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड और 3सी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दुखी खरीदारों की कई शिकायतों के बावजूद कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए।
घर खरीदारों ने कहा कि प्रभावशाली बिल्डर्स रियल एस्टेट परियोजनाओं में घर खरीदारों के हितों की रक्षा के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बनाए गए कानूनों का गलत फायदा उठा रहे हैं। एक ओर ठेकेदार थ्री सी धोखाधड़ी से दिवालिया हो गया और दूसरी ओर ऑरिस ने शेष परियोजना को पूरा करने और परियोजना के सभी आवंटियों को कब्जा सौंपने के अपने शपथ दायित्वों से मुकर गया। ऑरिस ने सभी खरीदारों को घर देने के शपथ पत्र पर वादा करने के बाद प्रोजेक्ट और थ्री सी एस्क्रो खाते में पड़े पैसे पर कब्जा कर लिया। ठेकेदार घर खरीदारों को पूर्ण इकाइयों का कब्जा नहीं सौंप रहे हैं।