Gandhinagar : गांधीनगर शहर की गटर व्यवस्था तथा ड्रैनेज नेटवर्क के कार्य अब मनपा करेगी

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  • सड़क और भवन निर्माण विभाग के अधीन था अब तक यह कार्य
  • स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत राजधानी में भूमिगत सीवेज के नवीनीकरण का सड़क एवं भवन विभाग द्वारा हो रहे प्रगत्याधीन कार्य भी गांधीनगर मनपा को सौंपे जाएंगे

गांधीनगर : मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने राज्य की राजधानी गांधीनगर महानगर पालिका के ड्रैनेज नेटवर्क के सुव्यवस्थित प्रबंधन की जरूरत को ध्यान में लेते हुए महत्वपूर्ण निर्णय किया है।

इसके तहत गांधीनगर शहर के ड्रैनेज लाइन नेटवर्क के संचालन-मरम्मत तथा रख-रखाव का कामकाज सड़क एवं भवन विभाग के स्थान पर अब गांधीनगर महानगर पालिका को सौंपा जाएगा। निवर्तमान व्यवस्था के अनुसार गांधीनगर के सेक्टर 1 से 30 तथा इसमें समाविष्ट 7 गांवों बोरीज, पालज, वासण, धोळाकुवा, इन्द्रोडा, आदिवाडा एवं गोकळपुरा में प्रतिदिन औसत 66 एमएमलडी जल वितरण किया जाता है। इस पानी का उपयोग होने के बाद होने वाली निकासी के रूप में निकले ड्रैनेज के पानी के संग्रह को निवासियों के घर से एकत्र कर मुख्य ड्रैनेज पाइपलाइन द्वारा सरगासण तथा जासपुर के एसटीपी में उचित ट्रीटमेंट से शुद्ध करके पहुंचाया जाता है।

गांधीनगर महानगर पालिका क्षेत्र में कुल लगभग 430 किलोमीटर लम्बी सीवेज नेटवर्क पाइपलाइन है। गांधीनगर में वर्तमान तथा भविष्य के ड्रैनेज जल की निकासी की जरुरतों का अनुकरण कर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत सड़क एवं भवन विभाग द्वारा गांधीनगर में भूमिगत सीवेज के नवीनीकरण कार्य प्रगति पर हैं। यह कार्य दो चरणों में किया जा रहा है।

पहले चरण में सेक्टर 15 से 30 के लिए हाउस कनेक्शन के साथ तमाम ग्रैविटी ड्रैनेज नेटवर्क बदल डालने तथा सेक्टर 1 से 14 के लिए रिंग रोड के साथ जुड़ी हुई मुख्यलाइन नेटवर्क के साथ रिंग रोड के ड्रैनेज नेटवर्क को बदलने के कामकाज आदि का समावेश होता है। दूसरे चरण में गांधीनगर के क, ख, ग, घ और च रोड से गुज़रने वाली मुख्य लाइन से ड्रैनेज के पानी को गुजार कर सरगासण एसटीपी प्लांट में भेजने तथा नए बसे सेक्टरों 1 से 14 में पाइपलाइन बिछाने के कामकाज औप पम्पिंग स्टेशन सहित स्काडा सिस्टम बनाने का कार्य किया जाएगा। राज्य के अन्य महानगरों में ड्रैनेज की व्यवस्था का कार्य वहां की महानगर पालिकाओं के पास है। उसी प्रकार गांधीनगर में भी ड्रैनेज व्यवस्था का कामकाज अब गांधीनगर महानगर पालिका को सौंपा जाएगा। इसके फलस्वरूप गांधीनगर में सीवेज व्यवस्था का संचालन महानगर पालिका को तब्दील होने के कारण सिटी सीवेज इन्फ़्रास्ट्रक्चर तथा प्रबंधन को अधिक प्रभावी बना कर सेनिटेशन इन्फ़्रास्ट्रक्चर सुधार के साथ नागरिकों को अच्छी सेवा प्रदान की जा सकेगी।