गमशाली/जोशीमठ : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वपनिल परियोजनाओं में से एक वाइब्रेंट विलेज योजना को मूर्तरूप देने के लिए सेना ने भी कदम बढ़ाते हुए शोल ऑफ स्टील के तहत एक बृहद साहसिक अभियान का आयोजन कर सीमावर्ती गांवों में पर्यटन एवं साहसिक अभियानों के माध्यम से गांवों की आर्थिकी को मजबूत करने का बीड़ा उठाया है।
सोल ऑफ स्टील अभियान के समापन अवसर पर भारत-चीन सीमा से सटे सीमान्त गांव गमशाली के दुम्फू धार में आयोजित भव्य समारोह में मुख्य अतिथि सेना की मध्य कमांड के जनरल आफिसर कमांडर इन चीफ ले. जनरल एनएस राजा सुब्रमणि एवं सोल ऑफ स्टील अभियान को अंकुरित करने वाले निवर्तमान जनरल आफिसर कमांडर इन चीफ ले.जनरल योगेन्द्र डिमरी एवं उत्तर भारत एरिया के कमांडर इन चीफ ले.जनरल आरसी तिवारी की गरिमामयी उपस्थिति में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
सोल ऑफ स्टील के साहसिक अभियान का शुभारंभ बीती 14 जनवरी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था, उत्तराखंड में नौ स्वतंत्र पर्वतीय ब्रिगेड ग्रुप के तत्वावधान में अभियान के तहत 7 जून से 17 जून तक ट्रैकिंग एवं पर्वतारोहण अभियान का आयोजन हुआ जिसमें जांबाज प्रतिभागियों ने विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी क्षेत्र के पुलना-भ्यूंडार से गमशाली ट्रैक का सफलता पूर्वक आरोहण किया।
गमशाली में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए जनरल राजा सुब्रमण्यम ने कहा कि देश के सभी सीमान्त गांव अब अंतिम नहीं बल्कि देश के पहले गांव होंगे और इसी उद्देश्य को लेकर इन सभी प्रथम गांवों को विकसित किया जा रहा है ताकि ग्रामीणों को अपने घरों में आसानी से रोजगार उपलब्ध हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाइब्रेंट विलेज योजना को धरातल पर उतारने के लिए सेना भी पूरा सहयोग करेगी।
जनरल राजा सुब्रमण्यम ने कहा कि सेना द्वारा सीमान्त क्षेत्र मे इस प्रकार के साहसिक अभियान निरंतर चलते रहेंगे।
समारोह में नीती-माणा घाटी देहरादून की महिला कलाकारों द्वारा तिब्बत व्यापार बन्द होने के बाद की स्थिति को नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया। हर्सिल घाटी-उत्तरकाशी की छात्राओं ने मनमोहक लोकनृत्यों को प्रस्तुत करते हुए मुख्यातिथि को गंगोत्री का जल कलश भेंट किया। गमशाली गांव की महिलाओं द्वारा शानदार लोकगीत व नृत्य की प्रस्तुतियां प्रस्तुत की गई।
समारोह में ग्रिनेडियर बटालियन के जाबांजों द्वारा मिक्स मार्शल आर्ट एवं मद्रास रेजिमेंट के जवानों ने युद्ध कला कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया।
समापन समारोह के अवसर पर सूर्या कमान के सेनि जनरल ऑफिसर कमांडर इन चीफ ले. जनरल योगेन्द्र डिमरी ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जबकि जनरल सुब्रमण्यम ने सोल ऑफ स्टील अभियान के विजेता व उप विजेता टीम को तथा उत्तर भारत एरिया के कमांडर इन चीफ ले. जनरल आरसी तिवारी ने मार्शल आर्ट एवं युद्ध कला के प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।
समापन समारोह में नौ स्वतंत्र पर्वतीय ब्रिगेड ग्रुप के कमांडर ब्रिगेडियर अमर आनन्द, डिप्टी कमांडर कर्नल विपुल त्यागी,सेना की गढ़वाल स्काउट्स के कमांडिंग आफिसर कर्नल तरुण सुन्द्रियाल, ग्रिनेडियर बटालियन के कमांडिंग आफिसर कर्नल हितेश वी, मद्रास बटालियन के कमांडिंग आफिसर कर्नल एनशुल अहलावत, ब्रिगेड मुख्यालय के सूबेदार मेजर गोबर्धन के अलावा आईटीबीपी के अधिकारी, समाजिक कार्यकर्ता सुभाष डिमरी, प्रधान संघ चमोली के महामंत्री पुष्कर सिंह राणा, विहिप के विभाग अध्यक्ष देवी प्रसाद देवली के अलावा गमशाली, बाम्पा, नीती, कैलाशपुर, फरकिया एवं मलारी गांवों के ग्रामीण एवं प्रतिनिधि मौजूद रहे।



