15 नर्सिंगहोम व निजी क्लिनिक में छापेमारी
अब तक जांच के नाम पर होती रही है खानापूर्ति
पूर्वी चंपारण : जिले के कोटवा प्रखंड क्षेत्र में गैर कानूनी रूप से संचालित निजी क्लिनिक और नर्सिंगहोम के खिलाफ मंगलवार को छापेमारी की गई।
सीएस डा अंजनी कुमार के निर्देश पर पीएचसी प्रभारी व अन्य चिकित्सा पदाधिकारी के साथ गठित जांच टीम ने मंगलवार को जैसे ही कोटवा बाजार में निजी क्लिनिक और नर्सिंगहोम की जांच शुरू की धड़ाधड़ शटर गिरने लगे।जांच की सूचना पर पूरे कोटवा में हड़कंप मच गया। ज्यादातर नर्सिंगहोम व क्लिनिक के शटर गिर गए। इस दौरान 15 क्लिनिक और अस्पतालों की जांच की गई। उनसे कागजात की मांग करते हुए बुधवार को कोटवा पीएचसी में आकर अपने सम्बंधित कागजात दिखाने को कहा गया है।
हालांकि बाद में दंडाधिकारी के अनुपस्थिति के कारण जांच स्थगित कर दिया गया। जांच टीम में डॉ सत्येंद्र कुमार,डॉ ललन कुमार,बीसीएम मनीष कुमार शर्मा,बीएचएम विकाश कुमार आदि शामिल थे। जांच में स्थानीय पुलिस भी मौजूद थी। इस बाबत पीएचसी प्रभारी सह चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुशील कुमार ने बताया कि दण्डाधिकारी के नही होने के कारण जांच स्थगित कर दिया गया है। वही जिनकी जांच हुई है उन्हें बुधवार को अपने कागजात के साथ पीएचसी बुलाया गया है। यहां बता दें कि कोटवा में बड़ी संख्या में अवैध नर्सिंग होम व क्लिनिक संचालित हैं। एक वर्ष से इस मामले में जांच के नाम पर महज खानापूर्ति हो रही है। लिहाजा चर्चा यह भी है कि विभाग की सह पर इनका संचालन होता है या इस पर रोक भी लगेगी।



