धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश एक्स सर्विसमैन लीग के राज्य उपाध्यक्ष एयरफोर्स से रिटायर्ड केसी ठाकुर ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी लीग पर सवाल उठाना गलत है। उन्होंने कहा कि लीग को पूरे सवैंधानिक तरीके से वर्ष 1974 में रजिस्ट्रर्ड करवाया गया था। इस दौरान देश भर सहित हिमाचल पूर्व सैनिक लीग का भी गठन व रजिस्ट्रेशन करवाई गई।
उन्होंने कहा कि 1978 में सैनिक लीग के फाउंडर मेंबर के रूप में वह भी उसमें शामिल रहे। आज के समय में राज्य भर में 25 यूनिट काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में तीन पदों के लिए चुनाव करवाये गए हैं। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व महासचिव पद शामिल है। चुनाव हमेशा ही रेजिंग ऑफ हैंड से होता था। लेकिन इस बार बैलेट पेपर के तहत चुनाव उम्मीदवारों की इच्छा अनुसार करवाए गए। इसमें कर्नल वाईएस राणा ने जीत दर्ज की है। बावजूद इसके अब 17 दिसंबर के चुनावों को हाई कोर्ट में मामला दर्ज करवाया। कोर्ट की ओर से इस मामले में स्टे लगा दिया गया है, हालांकि इससे पहले कार्यकारिणी का गठन कर लिया गया है।
केसी ठाकुर ने कहा कि सैनिक लीग का मुख्य कार्यालय शिमला में था, बाद में कांगड़ा से अध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया के बनने पर इसे बदलकर कैंप ऑफिस के रूप में सैनिक रेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया गया। 1998 से कैंप ऑफिस की बजाय हैड ऑफिस धर्मशाला में स्थापित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब 40 साल से चल रही लीग को रजिस्टर्ड नहीं बताया जा रहा है, जबकि उनकी पूरी तरह से पूर्व सैनिक लीग रजिस्टर्ड है।
उपाध्यक्ष ने कहा कि लोगों को इस तरह से भर्मित करना पूरी तरह से बन्द करें। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में स्टे के दौरान कमेटी गठित की गई है, उसके तहत ही कार्य चलाया जा रहा है। इंडियन एक्स सर्विसमैन लीग दिल्ली की ओर से भी हिमाचल प्रदेश सैनिक लीग को मान्यता प्रदान की गई है, ऐसे में सभी मामले इसके तहत ही केंद्र सरकार से उठाए जाते हैं।