निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए व्यय प्रेक्षक ने दिए निर्देश
निर्वाचन संबंधित किसी प्रकार की सूचना पर त्वरित प्रक्रिया देंगे अधिकारी
देहरादून : लोकसभा चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शिता से कराने के लिए टिहरी गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के व्यय प्रेक्षक राजेश कोठारी ने गुरुवार को बीजापुर गेस्ट हाउस पर नोडल एवं सहायक व्यय अधिकारी के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन में धन-बल का प्रयोग रोकना व्यय टीमों का प्रमुख दायित्व है, ताकि निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव कराया जा सके।
व्यय प्रेक्षक राजेश ने निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान सामग्री वितरण, धन वितरण आदि सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने और हर गतिविधि की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव की हर गतिविधियों पर सजगता से मॉनिटिरिंग करते हुए उम्मीदवारों और पार्टियों के व्यय पर बारीकी से नजर रखें। निर्वाचन संबंधित किसी प्रकार की सूचना पर त्वरित प्रक्रिया दी जाए।
व्यय प्रेक्षक ने हर उम्मीदवार के व्यय का अंकन करने के निर्देश दिए। यदि अन्य प्रकार से भी व्यय की सूचना प्राप्त हो रही है, तो भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार त्वरित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह विशेष नजर रखी जाए कि उम्मीदवार के व्यय के लिए निर्वाचन आयोग से तय व्यय सीमा धनराशि 95 लाख से अधिक व्यय तो नहीं किया गया है। इसके लिए शेडो रजिस्टर का प्राथमिकता से मिलान कर लिया जाए। इस दौरान नोडल व्यय नीतू भंडारी, नोडल मीडिया एमसीएमसी बीसी नेगी, आयकर विभाग से आबिद अली, सलाहकार राजीव गुप्ता, जिला आबकारी अधिकारी राजीव चौहान आदि थे।
व्यय प्रेक्षक के प्रमुख निर्देश-
- हर गतिविधि पर सजगता के साथ नजर रखी जाए।
- अनुमति से अधिक वाहन का उपयोग न हो, यदि हो रहा है तो उसका अंकन कर लिया जाए।
- 10 हजार से अधिक नकद व्यय न हो। व्यय धनराशि निर्वाचन के लिए खोले गए बैंक खाते से नकद निकासी हुई हो।
- चुनाव प्रचार के लिए प्रकाशित की जा रही सामग्री एमसीएमसी समिति से प्रमाणित हो।
- प्रकाशित सामग्री पर प्रिंटर्स का नाम व पता अंकित हो।
- प्रतिदिन कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। सीजर कार्यवाही की तत्काल रिपोर्ट दें।