पर्यटन विभाग की नई पहल, वैश्विक एस्ट्रो टूरिज्म मानचित्र पर उभरेगा उत्तराखंड
रोजगार सृजन के साथ पर्यटन को मिलेगी उड़ान, आर्थिकी पकड़ेगी रफ्तार
देहरादून : खूबसूरत वादियाें, हिल स्टेशन, पहाड़ों के साथ देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध उत्तराखंड को अब एस्ट्रो टूरिज्म से जोड़ने की तैयारी है। इसके लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने जो नई पहल की है, वह वार्षिक एस्ट्रो पर्यटन अभियान ‘नक्षत्र सभा’ है। यह भारत का पहला वार्षिक अभियान है।
‘नक्षत्र सभा’ तारों को देखने, विशेष सौर अवलोकन, एस्ट्रो मतलब फोटोग्राफी प्रतियोगिता जैसी गतिविधियां प्रस्तुत करेगा, जो न केवल देश-दुनिया को रिझाएगा, बल्कि ब्रह्मांड की सुंदरता दिखाएगा और उत्तराखंड को वैश्विक एस्ट्रो टूरिज्म मानचित्र पर लाएगा। इससे रोजगार सृजन के साथ पर्यटन को उड़ान मिलेगी और उत्तराखंड की आर्थिकी भी रफ्तार पकड़ेगी।
खगोल विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों का खींचेगा ध्यान, एक मंच पर दिखेगी दुनिया
एस्ट्रो टूरिज्म कंपनी, स्टारस्केप्स के सहयोग से जून 2024 से जॉर्ज एवरेस्ट मसूरी में शुरू होने वाली नक्षत्र सभा के लिए उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर एस्ट्रो टूरिज्म कार्यक्रमों की एक श्रृंखला पर्यटन विभाग ने बनाई है। इसमें विशेषज्ञों के साथ सेमिनार और वेबिनार के अलावा उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, नैनीताल, चमोली जिलों में डार्क स्काई संभावित स्थलों को कवर किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य खगोल विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों और यात्रियों को ब्रह्मांड की सुंदरता देखने के लिए एक साथ लाना है।
युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास के अवसर प्रदान करेगा ‘नक्षत्र सभा’
‘नक्षत्र सभा’ अभियान स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास के अवसर प्रदान करेगा। इससे उनके लिए रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा। स्टारस्केप्स की टीम स्थानीय समुदायों, यात्रा और पर्यटन भागीदारों व होमस्टे समुदायों के साथ सक्रिय रूप से कार्य करेगी। साथ ही नक्षत्र सभा के सफल कार्यान्वयन करने के लिए प्रशिक्षण और निरंतर सहायता प्रदान करेगी।
उत्तराखंड की अनूठी विरासत की झलक, एस्ट्रो टूरिस्ट की पसंद बनने के लिए विशिष्ट
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के सचिव व मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन कुर्वे ने कहा कि उत्तराखंड में एस्ट्रो टूरिज्म गंतव्यों की बहुतायत है। उत्तराखंड अपने विशाल वन क्षेत्र, प्रकृति-आधारित पर्यटन और होम स्टे के साथ एस्ट्रो टूरिस्ट की पसंद बनने के लिए विशिष्ट स्थिति में है। ‘नक्षत्र सभा’ अभियान उस दिशा में एक और कदम है, जो भारत में पहला एस्ट्रो टूरिज्म अभियान है। इसका उद्देश्य दुनिया भर से आगंतुकों को आमंत्रित करना है। पर्यटन विभाग उत्तराखंड की अनूठी विरासत की झलक दिखाने के साथ ब्रह्मांड के जादू का अनुभव करने के लिए इस तरह के कई और अभियानों की मेजबानी करने के लिए उत्सुक है, जो उत्तराखंड को वैश्विक एस्ट्रो टूरिज्म मानचित्र पर लाएंगे।
एस्ट्रो टूरिज्म शिविरों की मेजबानी कर रहा स्टारस्केप्स
स्टारस्केप्स के संस्थापक रामाशीष रे ने बताया कि पिछले कई वर्षों से हम उत्तराखंड में अनुभव केंद्रों और वेधशालाओं की श्रृंखला के माध्यम से इसे बढ़ावा देने के अलावा उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के साथ मिलकर कई एस्ट्रो टूरिज्म शिविरों की मेजबानी कर रहे हैं। पर्यटन विभाग के वार्षिक एस्ट्रो पर्यटन अभियान की संकल्पना उत्तराखंड को आदर्श एस्ट्रो टूरिज्म गंतव्य के रूप में स्थापित कर स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करना है। नक्षत्र सभा की मुख्य विशेषताओं में विशेष उपकरणों के माध्यम से तारों को देखना, एस्ट्रो टूरिज्म पर विशेषज्ञ वार्ता, एस्ट्रोफोटोग्राफी प्रतियोगिता, विशेष सौर अवलोकन आदि शामिल है।