देहरादून : उत्तराखंड पुलिस ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। ऑनलाइन होने वाली इस परीक्षा के रायपुर स्थित केंद्र पर छापेमारी कर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से एक लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन और प्रवेश पत्र व अन्य प्रमाण मिले हैं। एसओजी देहरादून और एसटीएफ मेरठ की संयुक्त टीम ने नकल माफिया पर यह बड़ी कार्रवाई की है।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया कि इस अभियान में जितेश कुमार पुत्र रामबाबू और राहुल कुमार पुत्र अंजनी ठाकुर हिरासत में लिए गए हैं जबकि हरियाणा के कुलवीर और बिजनौर के गौरव यादव प्रकरण में वांछित हैं।
कुछ संस्थानों में नकल माफिया ने विभिन्न आनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को नकल कराये जाने के सम्बन्ध में एसटीएफ मेरठ की टीम से देहरादून पुलिस को गोपनीय जानकारी प्राप्त हुई। देहरादून पुलिस ने एसटीएफ मेरठ की टीम से समन्वय स्थापित करते हुए एसओजी देहरादून और एसटीएफ मेरठ उत्तर प्रदेश की संयुक्त टीम द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर सहस्रधारा रोड स्थित एडू च्वॉइस कंसलटेंसी नाम के कन्सल्टेंसी लैब में छापा मार गया। वहां 20 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच वैलोर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी तमिलनाडु की ऑनलाइन एंट्रेंस परीक्षा भी आयोजित की गई थी।
इस सम्बन्ध में सख्ती से पूछताछ करने पर अभियुक्तों ने उक्त परीक्षा में अभ्यर्थियों के सिस्टम का सर्वर रूम से एक्सेस प्राप्त कर आनलाइन पेपर साल्व करवाने की बात स्वीकार की है। दोनों अभियुक्तों को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार किया और अभियुक्तों के पास से बरामद मोबाइल, इलेक्ट्रानिक उपकरण और परीक्षार्थियों से सम्बन्धित दस्तावेजों को कब्जे में लिया।
उक्त प्रकरण के सम्बंध में मेरठ एसटीएफ की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर अभियुक्त राहुल कुमार, जितेश कुमार, कुलवीर तथा गौरव यादव के विरुद्ध थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया है। अभियुक्तों से पूछताछ में गिरोह के सरगना कुलवीर, निवासी हरियाणा और गौरव निवासी बिजनौर का नाम प्रकाश में आया है, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।