चंडीगढ़: (Chandigarh) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की वार्षिक सामान्य सभा में बुधवार को एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी को तीसरी बार एसजीपीसी का प्रधान चुन लिया गया। धामी ने अपने करीबी विरोधी बलबीर सिंह घुनस को 101 वोटों से पराजित किया। पिछले साल हरजिंदर सिंह धामी को कुल 104 वोट मिले थे, लेकिन इस बार उनके वोटों की संख्या बढ़कर 118 तक पहुंच गई। अकाली दल संयुक्त के प्रत्याशी जत्थेदार बलबीर सिंह घुनस को केवल 17 वोट ही मिले।
शिरोमणि अकाली दल ने मंगलवार को हरजिंदर सिंह धामी को प्रधान पद का उम्मीदवार घोषित किया था। अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल ने धामी को तीसरी बार मैदान में उतारा। बुधवार को अमृतसर स्थित एसजीपीसी मुख्यालय में अरदास के बाद वोटिंग शुरू हुई थी। अलग-अलग जिलों से आए एसजीपीसी के सदस्यों ने अपने वोट डाले। एक मेंबर एम्बुलेंस में वोट डालने के लिए एसजीपीसी मुख्यालय पहुंचा। धामी के प्रधान बनते ही बंदी सिंहों की रिहाई को लेकर पहला प्रस्ताव पास किया गया। राजोआणा की मौत की सजा को उम्र कैद में तब्दील करने की भी मांग की गई।
धामी ने कहा कि एसवाईएल के मुद्दे पर पंजाब सरकार गलत कदम उठा रही है। इसलिए केंद्र सरकार इस पर दखल देकर इस मसले को हल करे। धामी ने कहा कि बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर सिख विरोधी बातें फैलाई जा रही है। इस पर केंद्र सरकार को एक्शन लेना चाहिए। इसी दौरान शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने हरजिंदर सिंह धामी को तीसरी बार एसजीपीसी का प्रधान चुने जाने पर बधाई दी है।