चंडीगढ़ : (Chandigarh) पंजाब के जालंधर वेस्ट से आम आदमी पार्टी के विधायक शीतल अंगुराल ने रविवार को विधानसभा की सदस्यता से दिया अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। विधायक ने इस आशय का पत्र विधानसभा अध्यक्ष को लिखा है।
दरअसल, विधायक शीतल अंगुराल ने लोकसभा चुनाव से पहले 27 मार्च को भाजपा में शामिल होने की घोषणा कर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने वेरिफिकेशन के लिए 3 जून को शीतल अंगुराल को बुलाया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव के मतदान से अगले दिन रविवार को शीतल ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा कि अगर अब उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो पश्चिम हलके में दोबारा चुनाव करवाने पड़ेंगे, जिससे सरकार का चुनाव खर्च भी बढ़ जाता। यही वजह है कि वह अपना इस्तीफा वापस ले रहे हैं। शीतल अंगुराल ने रविवार की सुबह अपने सोशल मीडिया अकाउंट से मोदी का परिवार लिखा भी हटा दिया है। उनके भाई राजन अंगुराल ने एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने जय भाजपा और तय भाजपा लिखा है।पंजाब की राजनीति में हंगामा करने वाले कथित ऑपरेशन लोटस के मुख्य शिकायतकर्ता शीतल अंगुराल ही हैं। करीब डेढ़ साल पहले ऑपरेशन लोटस मामले में आम आदमी पार्टी के दो विधायक शीतल अंगुराल और रमन अरोड़ा ने बयान दर्ज करवाए थे। मोहाली थाने में केस दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो को सौंपी गई थी, लेकिन विजिलेंस की जांच में डेढ़ साल बाद भी कोई ऐसा तथ्य सामने नहीं आया, जिससे किसी को इस केस में नामजद किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि विधायक अंगुराल वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की टिकट से चुनाव जीतकर विधायक बने हैं।