बीजापुर : (Bijapur) जिले के नैमेड़ में संचालित पोटाकेबिन आवासीय छात्रावास रह रही कक्षा 10वीं में अध्ययनरत एक छात्रा विमला कवासी (Vimala Kawasi) निवासी ग्राम तोयनार का स्वास्थ्य खराब होने से बेहतर उपचार के लिए बीजापुर जिला अस्पताल से जगदलपुर मेडिकल कॉलेज 108 के माध्यम से रिफर किया गया। लेकिन मेकाॅज पहुंचने से पहले ही छात्रा की मौत हो गई। जिसके बाद आज गुरुवार सुबह छात्रा के शव का पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नैमेड़ में संचालित पोटाकेबिन आवासीय छात्रावास में अध्ययनरत छात्रा विमला कवासी उम्र 15 वर्ष दुगेली थाना क्षेत्र के ग्राम तोयनार निवासी कक्षा 10वीं की छात्रा थी। बताया जा रहा है कि विमला का अचानक से 24 नवंबर को स्वास्थ्य खराब होने के कारण उसे नैमेड़ के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था। जहां स्वास्थ्य में सुधार होने के कारण उसे वापस छात्रावास लाया गया। 28 नवंबर को दोबारा स्वास्थ्य खराब होने के कारण वापस उसे नैमेड़ ले जाया गया, वहां से उसे बेहतर उपचार के लिए बीजापुर जिला अस्पताल भेजा गया। जहां से स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने के कारण 11 दिसंबर को विमला को बेहतर उपचार के लिए बीजापुर से जगदलपुर मेडिकल कॉलेज 108 के माध्यम से रेफर किया गया। लेकिन मेकाॅज पहुंचने से पहले ही छात्रा ने दम तोड़ दिया। विमला की मौत की खबर परिजनों को दी गई। जिसके बाद परिजन मेकाॅज पहुंचे, आज गुरुवार को छात्रा के शव का पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
उल्लेखनीय है कि बीजापुर जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर माता रुक्मणी कन्या आश्रम धनोरा (आवासीय विद्यालय) की 35 छात्राएं रविवार 8 दिसंबर की रात में भोजन करने के बाद फूड पॉइजनिंग की शिकार हो गई थी। जिसमें से एक तीसरी कक्षा की छात्रा शिवानी तेलाम की गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर उपचार के लिए मेकाॅज भेजा जा रहा था, जिसकी मंगलवार 10 दिसंबर काे मेकाॅज पंहुचने से पहले उसकी भी मौत हो गई थी। वहीं माता रुक्मणी कन्या आश्रम धनोरा के फूड पॉइजनिंग की शिकार हुई अन्य 4 बच्चों को बेहतर उपचार के लिए मेकाॅज में भर्ती किया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।