मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रिन्यूएबल एनर्जी पार्क का दौरा कर कार्य की प्रगति का निरीक्षण किया
भुज : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को कच्छ के खावडा में निर्माणाधीन 30 हजार मेगावाट के सोलर-विंड हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क का दौरा कर कार्य की प्रगति का निरीक्षण किया। यहां विश्व का सबसे बड़ा हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क का निर्माण किया जा रहा है। इस हाइब्रिड पार्क का लगभग 1.50 लाख करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उच्च स्तरीय बैठक में इस रिन्यूएबल एनर्जी पार्क के संचालन से संबंधित नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड, एनटीपीसी, जीआईपीसीएल, जीएसईसी जैसे केंद्र और राज्य सरकार के उद्यमों द्वारा किये जा रहे कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार डॉ हसमुख अढ़िया, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव पंकज जोशी, एनर्जी एंड पेट्रोकेमिकल डिपार्टमेंट की प्रधान सचिव ममता वर्मा, राज्य सरकार के अन्य सचिव और संबंधित सार्वजनिक उद्यमों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस दिशा में काम करने का प्रेरक सुझाव देते हुए कहा कि इस हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क में जनरेट होने वाला पावर (बिजली), गुजरात सहित देश के अन्य क्षेत्रों में समय पर पहुंचे और प्रधानमंत्री की हरित एनर्जी का संकल्प साकार हो।
बैठक में उन्होंने पावर जनरेशन से लेकर इवेक्युएशन एवं ट्रांसमिशन के समयबद्ध आयोजन सहित पूलिंग स्टेशन, ट्रांसमिशन लाइन आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है, इसलिए ऊर्जा विभाग को इस प्रोजेक्ट की कार्य प्रगति के संकलन के लिए समय-समय पर समीक्षा बैठकें आयोजित करनी चाहिए। मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री सहित सभी वरिष्ठ सचिवों ने खावडा के समीप कच्छ सीमा स्थित धर्मशाला के पास लगभग 74,600 हेक्टेयर में फैले इस रिन्यूएबल एनर्जी पार्क की साइट का भी दौरा किया।