
अनाधिकृत निर्माण से प्रति स्लैप 50 हजार की रिश्वत की मांग पर बीट निरीक्षक गिरफ्तार
भिवंडी: (Bhiwandi) भिवंडी मनपा क्षेत्र में पैसे लेकर बीट निरीक्षकों द्वारा अवैध निर्माण को संरक्षण दिए जाने के गोरखधंधे का पर्दाफांश हुआ है। ठाणे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मनपा प्रभाग समिति तीन के बीट निरीक्षक को अवैध निर्माण को बचाने हेतु प्रति स्लैब 50 हजार रुपए रिश्वत मांगने पर गिरफ्तार किया है। इस घटना के उजागर होने के बाद मनपा गलियारों में हड़कंप मच गया है। पुलिस के अनुसार भिवंडी मनपा प्रभाग समिति तीन के बीट निरीक्षक रमाकांत म्हात्रे द्वारा एक अनधिकृत निर्माण करने वाले व्यक्ति प्रति स्लैब 50 हजार रुपए की मांग की गई थी। रमाकांत म्हात्रे उस व्यक्ति से अनाधिकृत निर्माण के संबंध में कार्रवाई न करने के लिए चार स्लैब के लिए दो लाख रुपए की मांग की थी, बातचीत करते हुए सिर्फ 50 हजार रुपए में मामला तय हुआ था। रमाकांत म्हात्रे को 50 हजार रुपए रिश्वत देने के बजाय अवैध निर्माणकर्ता ने ठाणे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों से संपर्क किया।
प्रभाग समिति तीन के कार्यालय में छापामार कर सफाई कर्मचारी को किया गिरफ्तार
मामले की पुष्टि होने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारी सुरेश चोपड़े की टीम ने पदमानगर इलाके में स्थित प्रभाग समिति तीन के कार्यालय में छापामार कर सफाई कर्मचारी से बीट निरीक्षक बने रमाकांत म्हात्रे को गिरफ्तार कर लिया है। सुरेश चोपड़े ने बताया कि रमाकांत म्हात्रे ने संबंधित व्यक्ति से 50 हजार रुपए स्वीकार नहीं किये थे, लेकिन उन्हें रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जिसकी शिकायत भिवंडी शहर पुलिस स्टेशन में दर्ज करा दी गई है। बतादें कि सफाई कर्मचारी से साहेब बने रमाकांत म्हात्रे भ्रष्टाचार के आरोप में कई बार निलंबित हो चुके हैं, लेकिन अतिक्रमण एवं गैरकानूनी निर्माण आदि से वसूली करने के कारण उन्हें बीट निरीक्षक जैसे मलाईदार पद पर रखा गया है। रमाकांत म्हात्रे की तरह ही पांचों प्रभाग समितियों के बीट निरीक्षक एवं प्रभाग अधिकारियों द्वारा अनाधिकृत निर्माणों के बहाने वसूली अभियान चलाया जा रहा है। जिसे प्रभाग अधिकारियों से लेकर उपायुक्त तक का संरक्षण प्राप्त रहता है। भिवंडी में बढ़ रहे अवैध निर्माण का मुख्य कारण मनपा के प्रभाग अधिकारी व बीट निरीक्षक हैं।