बासेटेर (सेंट्स किट्स) : (Basseterre) ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवां और आखिरी टी20 मैच मंगलवार को जीतकर सीरीज 5-0 से क्लीन स्वीप कर ली। गेंदबाज बेन ड्वार्शुइस (bowler Ben Dwarshuis) (3 विकेट) की शानदार गेंदबाजी और बाद में मिडिल ऑर्डर की दमदार बल्लेबाज़ी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 3 ओवर बाकी रहते हुए 3 विकेट से जीत हासिल की।
वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवर में 171 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और टीम ने 25 रन पर 3 विकेट और 60 पर 4 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद कैमरन ग्रीन (32 रन), टिम डेविड (12 गेंद में 30 रन, 4 छक्के, 1 चौका) और मिशेल ओवेन (37 रन) ने पारी को संभाला। जब ग्रीन आउट हुए, तब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 141-6 था और उसे अभी 30 रन की जरूरत थी। हालांकि, आरोन हार्डी ने 28 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए टीम को जीत दिला दी।
मैच के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिचेल मार्श (Australian captain Mitchell Marsh) ने कहा, “सीरीज शुरू होने से पहले 5-0 की उम्मीद नहीं थी, लेकिन हमने बेहतरीन क्रिकेट खेला।” वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप ने हार की वजह बल्लेबाज़ी को बताया। उन्होंने कहा, “हमने कभी भी पूरी तरह सटीक बल्लेबाज़ी प्रदर्शन नहीं किया — या तो अच्छी शुरुआत मिली और अंत खराब रहा, या फिर इसके उलट हुआ। इतने मजबूत विपक्ष के सामने आप इस तरह जीत नहीं सकते।”
ड्वार्शुइस की फिरकी में फंसे कैरेबियाई बल्लेबाज
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर वेस्टइंडीज को पहले बल्लेबाज़ी के लिए बुलाया। बेन ड्वार्शुइस ने चौथे ओवर में ब्रैंडन किंग (11) और कप्तान शाई होप (9) को आउट कर टीम को शुरुआती बढ़त दिला दी। इसके बाद वेस्टइंडीज का स्कोर 64-4 हो गया था। यहां से शिमरोन हेटमायर ने संघर्ष करते हुए 31 गेंदों में 52 रन बनाए जिसमें तीन चौके और तीन छक्के शामिल थे।
ऐसा लग रहा था कि हेटमायर टीम को एक चुनौतीपूर्ण स्कोर तक ले जाएंगे, लेकिन ड्वार्शुइस ने धीमी बाउंसर पर उन्हें लंबा शॉट खेलने को मजबूर किया और शॉन एबॉट ने लॉन्ग-ऑफ पर कैच लपक लिया। हेटमायर के आउट होने के बाद वेस्टइंडीज 19.4 ओवर तक 170 पर सिमट गई।
मैच के ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ (‘Player of the Match’) ड्वार्शुइस ने कहा, “पिच थोड़ी धीमी थी, इसलिए हमने हार्ड लेंथ और स्लोअर बॉल का अच्छा इस्तेमाल किया।” ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में भी वेस्टइंडीज का 3-0 से सफाया किया था। इस तरह उन्होंने पूरे दौरे पर आठों मैच जीतकर एकतरफा दबदबा कायम रखा।