Antwerp : हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी मनप्रीत सिंह ने इतिहास में दर्ज कराया अपना नाम

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एंटवर्प : (Antwerp) भारतीय हॉकी टीम के दिग्गज खिलाड़ी मनप्रीत सिंह (Indian hockey team veteran Manpreet Singh)रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर उतरते ही अपना नाम इतिहास में दर्ज कर लिया है। बेल्जियम के एंटवर्प में खेले जा रहे एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2024-25 (FIH Hockey Pro League 2024-25) मुकाबले में हॉकी आइकन मनप्रीत 400वीं बार भारत की जर्सी (India’s jersey for the 400th time) पहनकर मैदान में उतरे और अपना नाम उन दिग्गजों की विशिष्ट सूची में शामिल कर लिया, जिन्होंने अटूट स्थिरता और दिल से विश्व मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।

पंजाब के 33 वर्षीय मिडफील्डर मनप्रीत सिंह (33-year-old midfielder Manpreet Singh from Punjab) अब पूर्व कप्तान और वर्तमान हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ. दिलीप टिर्की (412 कैप) (second-most capped Indian men’s player behind former captain and current Hockey India president Dr Dilip Tirkey (412 caps)) से पीछे दूसरे सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं।

इस उपलब्धि पर भावुक मनप्रीत ने कहा कि मुझे अभी भी याद है कि मुझे अपने डेब्यू मैच में कैसा महसूस हुआ था। 400 मैच में यहां खड़े होना, मेरी कल्पना से परे है। यह उपलब्धिहर उस कोच के साथ साझा करता हूं जिसने मुझे आगे बढ़ाया, हर उस साथी खिलाड़ी के साथ जिसने मेरा साथ दिया और हर उस प्रशंसक के साथ जिसने मुझ पर तब विश्वास किया, जब मुझे इसकी सबसे ज़्यादा जरूरत थी। मैं अभी भी सीख रहा हूं, अभी भी बढ़ रहा हूं और मैं आज भी उसी जोश के साथ खेलता हूं जैसा कि मैं 19 साल की उम्र में खेलता था।

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और ऑल-टाइम कैप्स सूची में मनप्रीत से आगे एकमात्र भारतीय खिलाड़ी डॉ. दिलीप टिर्की ने इस उपलब्धि की सराहना की और कहा कि बहुत कम एथलीट इस स्तर की स्थिरता और धीरज हासिल करते हैं। मनप्रीत अपने सबसे परिवर्तनकारी दशक में भारतीय हॉकी की रीढ़ रहे हैं। उनकी फिटनेस, नेतृत्व और दबाव में संयम उन्हें सबसे अलग बनाता है। हमें उन्हें इस विरासत को इतनी शालीनता से आगे बढ़ाते हुए देखकर गर्व होता है।

हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह (Bhola Nath Singh, Secretary General) ने कहा कि 400 कैप्स केवल एक संख्या नहीं है- यह खेल के प्रति त्याग, अनुशासन और समर्पण पर बनी विरासत है। मनप्रीत ने भारत की जर्सी पहनने में पेशेवरता और गर्व का मानक स्थापित किया है। वह भारतीय हॉकी के सच्चे राजदूत और रोल मॉडल रहे हैं।

2011 में 19 वर्षीय जोशीले खिलाड़ी के रूप में पदार्पण से लेकर भारतीय मिडफील्ड की धड़कन बनने तक, मनप्रीत का करियर भारतीय हॉकी के पुनरुत्थान को दर्शाता है। उन्होंने अब तक अपने करियर में कई उपलब्धि अपने नाम की है। उनके द्वारा हासिल की गई उन्हीं उपलब्धियों की झलक इस प्रकार है।

  • 4 एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी खिताब (2013, 2018, 2023, 2024)।
  • 2 एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक (2014, 2023)।
  • 2 ओलंपिक कांस्य पदक (2020, 2024)।
  • 2 राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक (2014, 2022)।
  • 2014-15 और 2016-17 एफआईएच विश्व लीग और 2018 में हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी में पोडियम स्थान हासिल किया।

प्राप्त सम्मान।

  • अर्जुन पुरस्कार–2018।
  • फआईएच पुरुष खिलाड़ी ऑफ द ईयर–2019 ।
  • मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार– 2021 ।
  • हॉकी इंडिया बलबीर सिंह सीनियर प्लेयर ऑफ द ईयर–2019 ।
  • हॉकी इंडिया अजीत पाल सिंह अवॉर्ड फॉर मिडफील्डर ऑफ द ईयर–2014, 2021 ।