अनंतनाग : अनंतगाम में आतंकियांें द्वारा बुधवार को एक 11वीं कक्षा के उस छात्र साहिल बशीर डार को को गोली मार दी, जिसे बाद में अस्पताल ले जाया गया लेकिन गुरूवार को उसने अपने घावों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया। शुक्रवार को नम आखों से साहिल को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। साहिल के परिवार ने मांग की कि उसके भाई को इंसाफ मिले, जिस तरह उसे गोली मारी गई है उसके हत्यारों को भी गोली मारी जाए।
इस दौरान अपने भाई को याद करते हुए साहिल की बहन ने नम आंखों के साथ उस शाम की घटना के बारे में बताया कि बुधवार शाम उसके पिता और भाई नमाज के लिए मस्जिद गए हुए थे। घर में वह मां और साहिल थे। मां और वह भी नमाज पढ़ रहे थे। साहिल मां से खाने की जिद कर रहा था। इसी दौरान दो हथियारों से लैस नकाबपोश घर में आ पहुंचे।
मां और उसने शोर मचाना शुरू किया। साहिल ने एक नकाबपोश को पकड़ लिया और उससे जूझने लगा। दोनों नकाबपोश साहिल से गिरफ्त छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे। कुछ ही पलों में एक नकाबपोश ने पिस्टल निकाल साहिल को शूट कर दिया। खून से लथपथ साहिल जमीन पर जा गिरा। नकाबपोश घर से बाहर निकले और हवा में दो फायर कर दिए। मां बाहर लोगों से मदद के लिए गुहार लगा रही थी।
साहिल की बहन ने बताया कि मैं एक बार अपने भाई को खून से लथपथ देखती फिर बाहर मदद के लिए पुकराने चली जाती। गोलियों की आवाज सुन कोई भी उनके घर की तरफ नहीं आ रहा था। उसने बताया कि इसके बाद वो पिता को बुलाने मस्जिद गई और फिर पिता और अन्य लोग घर पहुंचे।
साहिल की बहन ने नम आखों से पूछा कि आखिर कब तक हम लोग यूहीं घुट-घुट कर जीते रहेंगे। साहिल के परिवार ने मांग की कि उसके भाई को इंसाफ मिले, जिस तरह उसे गोली मारी गई है उसके हत्यारों को भी गोली मारी जाए।