Ambikapur : सरगुजा में ठंड ने तोड़ा 57 साल का रिकॉर्ड, अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री तक गिरा, शीतलहर से कांपा पूरा संभाग

0
29

अंबिकापुर : (Ambikapur) छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग (Surguja division of Chhattisgarh) में शीतलहर का असर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। बुधवार को अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस (Ambikapur recorded a minimum temperature of 7.6 degrees Celsius) दर्ज किया गया, जो पिछले 57 वर्षों में नवंबर के पहले पखवाड़े का सबसे कम तापमान है। लगातार गिरते तापमान ने लोगों को दिसंबर जैसी ठिठुरन का एहसास करा दिया है।

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर समेत सभी जिलों में शीतलहर का असर गहराता जा रहा है। 20 नवंबर तक के आंकड़ों में यह अब तक का सबसे ठंडा नवंबर दर्ज हो रहा है। हालांकि, अंबिकापुर में नवंबर के अंतिम सप्ताह में 6 डिग्री से भी नीचे तापमान दर्ज होने के उदाहरण पहले मिल चुके हैं, लेकिन इस बार ठंड ने तय समय से पहले ही पुराने रिकॉर्ड (this time the cold has broken previous records) तोड़ दिए हैं।

सरगुजा के पहाड़ी क्षेत्र मैनपाट में भी ठंड का असर जारी है। बुधवार को मैनपाट का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले वहां का तापमान 4 डिग्री तक गिर गया था और इलाके में पाला भी पड़ा था। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बादलों की मौजूदगी और तेज हवाओं के कारण तापमान में अस्थायी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन हवाएं थमते ही ठंड फिर से तेज होगी।

दिलचस्प बात यह है कि इस बार अंबिकापुर जैसे मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान मैनपाट जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों से भी कम दर्ज किया गया। इससे साफ है कि शीतलहर ने पूरे सरगुजा संभाग को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।

मौसम विज्ञानी एएम भट्ठ (Meteorologist A.M. Bhatt) ने बताया कि इस साल नवंबर में ठंड ने पांच दशक पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उत्तर से आने वाली बर्फीली हवाओं के कारण तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आगामी दिनों में ठंड और बढ़ेगी तथा न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।